हल्द्वानी: पार्षद सहित तीन लोगों पर फर्जीवाड़ा कर उत्तरजीवी प्रमाण पत्र बनाने का आरोप
हल्द्वानी, अमृत विचार। नगर निगम के पार्षद पर मूल अभिलेखों के साथ छेड़छाड़ कर फर्जी तरीके से उत्तरजीवी प्रमाण पत्र बनाने का आरोप लगा है। जिसके बाद एक बार फिर दस्तावेजों में धांधली के मामला फिर उजागर हो गया है।
निगम के पार्षद एवं नेता प्रतिपक्ष रवि जोशी समेत तीन लोगों पर यह आरोप लगा है। इस मामले में जांच के बाद उप जिलाधिकारी ने इस प्रमाण पत्र को निरस्त भी कर दिया है। शिकायतकर्ता की ओर से जब इस मामले में शासन-प्रशासन और मानवाधिकार आयोग में शिकायत की तो उप जिला अधिकारी द्वारा जांच में यह पाया गया कि वास्तव में यह उत्तरजीवी फर्जी तरीके से तथ्यों को छुपाकर बनाया गया है।
इस प्रकरण मे नगर निगम हल्द्वानी के पार्षद रवि जोशी एवं सीएससी संचालक विजय शर्मा तथा तहसील हल्द्वानी के नोटरी यूसी तिवारी व अन्य के विरुद्ध धारा 420 आईपीसी के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत करके मामले की जांच प्रारंभ कर दी है।
शिकायतकर्ता भास्कर चंद्र ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों द्वारा षड्यंत्र करके उनकी मां की तरफ से फर्जी शपथ पत्र बनाकर उत्तराखंड सरकार के सरकारी पोर्टल पर उत्तरजीवी प्रमाण पत्र हेतु 17 फरवरी 2022 को आवेदन किया गया इस फर्जी उत्तरजीवी प्रमाण पत्र में नगर निगम हल्द्वानी के पार्षद द्वारा भी अपने स्तर से प्रमाण पत्र जारी करके शिकायतकर्ता भास्कर चंद्र और उसके परिवार का नाम गायब कर दिया गया।
शिकायतकर्ता भास्कर चंद्र द्वारा इस मामले में पुलिस अधिकारियों तथा उत्तराखंड मानवाधिकार आयोग वह शासन प्रशासन के समक्ष सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत करके फर्जी उत्तरजीवी प्रमाण पत्र निरस्त किए जाने का अनुरोध किया गया। उप जिलाधिकारी हल्द्वानी द्वारा जांच के उपरांत फर्जी उत्तरजीवी प्रमाण पत्र की पुष्टि होने पर जालसाजी एवं धोखाधड़ी से बनाए गए फर्जी उत्तरजीवी प्रमाण पत्र को निरस्त करने के आदेश पारित कर दिए। शिकायतकर्ता भास्कर चंद्र द्वारा इस संदर्भ में पुलिस थाना हल्द्वानी में नगर निगम हल्द्वानी के पार्षद रवि जोशी तथा खानचंद मार्केट स्थित सीएससी संचालक विजय शर्मा तथा तहसील हल्द्वानी के नोटरी यूसी तिवारी के विरुद्ध तहरीर दी गई।
जिसके आधार पर हल्द्वानी पुलिस द्वारा फर्जी उत्तरजीवी प्रमाण पत्र जारी करके जालसाजी करने के अपराध में नगर निगम हल्द्वानी के पार्षद रवि जोशी सीएससी संचालक विजय शर्मा एवं तहसील हल्द्वानी के नोटरी यूसी तिवारी के विरुद्ध धारा 420 आईपीसी में मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच प्रारंभ कर दी है ।
फिलहाल इस मामले की जांच चल रही है और पार्षद रवि जोशी का कहना है कि कोई भी दस्तावेज पटवारी एवं कानूनगो की जांच और आख्या के बाद ही उपजिलाधिकारी द्वारा निर्गत होता है उनका इस मामले से कोई नाता नहीं, यह एक सोची समझी साजिश के तहत उन्हें फंसाने और उनकी छवि धूमिल करने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि भास्कर के अपने परिवार से विवाद होना इसके पीछे एक वजह हो सकती है जिससे उन्हें कोई लेना देना नहीं, उनके पास वह सारे कागजात हैं जिन्हें भास्कर की मां ने खुद उन्हें उपलब्ध करवाए थे, डेढ़ वर्ष पूर्व उनकी मां ने अपने बेटे का नाम क्यों छुपाया और क्या वजह है ये वही बेहतर बता सकती हैं।
