Umesh Pal Murder Case : उमेश पाल हत्याकांड का Banda कनेक्शन, Atiq Ahmad के कई और मददगारों पर खुफिया तंत्र की नजर

Amrit Vichar Network
Published By Kanpur Digital
On

Umesh Pal Murder Case बांदा में माफिया अतीक अहमद के कई और मददगारों पर खुफिया तंत्र की पैनी नजर।

Umesh Pal Murder Case प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड का बांदा कनेक्शन भी सामने आ रहा। बांदा में माफिया के कई और मददगारों पर खुफिया तंत्र की पैनी नजर है।

बांदा, अमृत विचार। Umesh Pal Murder Case प्रयागराज कमिश्नरेट में विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल और उसके गनरों की गोली व बम से उड़ाने की घटना का कनेक्शन जब बांदा से जुड़ा तो सबसे पहले पत्रकार जफर का नाम सामने आया। माफिया के परिजनों को घर किराए पर देकर मदद करने वाले जफर की कुंडली अब खुफिया तंत्र और स्थानीय पुलिस खंगाल रही है। हालांकि अभी पुलिस के आला अधिकारी इस मामले पर कुछ भी स्पष्ट बोलने से बच रहे हैं, लेकिन एसपी का कहना है कि शासन प्रशासन के निर्देशों के अनुसार माफिया डॉन के करीबियों के नाम उजागार किए जाएंगे और सभी पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। 
 
भाजपा नेता उमेश पाल को उसके दो गनरों समेत गोली व बम से उड़ा देने के मामले का सीधा कनेक्शन भले ही बांदा से न हो, लेकिन हत्याकांड के आरोपी माफिया अतीक अहमद के परिजनों को शरण देने और उन्हें अपने प्रयागराज स्थित घर में किराए पर रखने का मामला बांदा के पत्रकार जफर अहमद से जरूर जुड़ा है। मामले की जानकारी मिलने के साथ ही स्थानीय पुलिस और खुफिया विभाग सक्रिय हुआ और आनन फानन में उसके घर पहुंचकर पड़ताल शुरू कर दी।
 
सूत्रों की मानें तो पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़कर माफिया के कनेक्शन को उजागार करने में जुटी है। पुलिस ने कई और मददगारों को अपने रडार पर ले रखा है। शनिवार को पत्रकार जफर अहमद के घर के पास से पुलिस क्रेन ने दो कारों को उठवाया, लेकिन अभी तक पुलिस अधिकारी कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं। हालांकि सूत्रों की मानें तो उठाई गई कारों में एक जफर और दूसरी कार प्रयागराज नंबर की बताई जाती है।
 
माफिया के परिजनों के शरणदाता बने जफर के गूलरनाका व छावनी में स्थित मकानों पर भी पुलिस की नजर बनी हुई है, दोनों मकानों की जांच के लिए नगर पालिका और बांदा विकास प्राधिकरण की संयुक्त टीम जुटी हुई है। हालांकि दोनों मकान जफर की बहनों के बताए जाते हैं। मामला माफिया अतीक से जुड़े होने के कारण पुलिस अधिकारी हाई-प्रोफाइल मामला बताकर कुछ भी स्पष्ट कहने से बच रहे हैं और अंदरखाने जांच की बात कर रहे हैं।
 
उधर, शहर में मामले को लेकर तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गरम है। सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि जफर जल्द ही पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा तो कथित तौर पर उसकी बहनों के घरों पर भी बुलडोजर की कार्रवाई की जा सकती है। हालांकि जफर ने दो दिन पहले सोशल मीडिया पर सामने आकर खुद को निर्दोष बताते हुए पुलिस से मिलकर अपना पक्ष रखने की बात कही थी, लेकिन अभी तक जफर का कोई अता पता नहीं है। उधर एसपी अभिनंदन का कहना है कि जफर मामले की बिंदुवार जांच कराई जा रही है, जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।

 

संबंधित समाचार