बरेली: अशरफ के दो और सहयोगी गिरफ्तार, सद्दाम के मकान पर छापा

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Published By Vikas Babu
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बरेली, अमृत विचारप्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ की भूमिका की जांच कर रही एसआईटी ने अशरफ के दो और गुर्गों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक ये दोनों न सिर्फ अपने आधार कार्ड पर दूसरे लोगों की बरेली जिला जेल में अशरफ से मुलाकात कराते थे बल्कि अपने मोबाइल फोन से अशरफ की अतीक अहमद और दूसरे लोगों से बात भी कराते थे। एसआईटी ने दोनों गुर्गों के तीन मोबाइल फोन भी कब्जे में लिए हैं।

पुलिस के मुताबिक अशरफ के दोनों गुर्गों को एसआईटी ने शुक्रवार दोपहर बिथरी चैनपुर के कचौली मोड़ के पास से गिरफ्तार किया। इनमें एक 37 वर्षीय राशिद अली मीरगंज के गांव परौरा और दूसरी 25 वर्षीय फुरकान नबी खान इज्जतनगर के मुंशीनगर इलाके का रहने वाला है। एसआईटी की पूछताछ में दोनों कुबूल किया कि वे काफी समय से अशरफ के संपर्क में थे। अशरफ अपने काम करने के लिए उन्हें पैसे देता था। वे अक्सर जेल में अशरफ से मिलने जाते थे और इस दौरान अपने मोबाइल फोन से उसकी माफिया अतीक अहमद के साथ दूसरे लोगों से भी बात कराते थे। अपने आधार कार्ड पर अशरफ से मिलने आने वालों की मुलाकात भी कराते थे। पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है।

अशरफ को रिमांड पर लेने की तैयारी
उमेश पाल हत्याकांड में अशरफ को वांछित किए जाने के बाद एसआईटी उसके चार गुर्गों को गिरफ्तार कर चुकी है। अब फरार आरोपियों के खिलाफ कोर्ट से गैरजमानती वारंट जारी कराने और अशरफ को रिमांड पर लेने की तैयारी है। माना जा रहा है कि अशरफ से पूछताछ के बाद हत्याकांड में उसकी भूमिका साफ हो जाएगी।

जिला जेल के अधिकारियों की गर्दन और फंसी
अशरफ के दो और गुर्गों की गिरफ्तारी के बाद जिला जेल के अफसरों की गर्दन और फंस गई है। दोनों गुर्गों ने स्वीकार किया है कि वे अपने मोबाइल फोन से अशरफ की बात कराते थे। इससे यह भी साफ हो गया है कि जेल के अधिकारियों की साठगांठ से ही वे कड़ी सुरक्षा को धता बताकर मोबाइल फोन अंदर ले जाते थे। माना जा रहा है कि जेल अधीक्षक समेत कई अफसरों पर जल्द ही कार्रवाई हो सकती है।

अशरफ के दो और गुर्गों को गिरफ्तार कर उनके पास से तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। इन मोबाइल फोन से दोनों अशरफ की दूसरे लोगों से बात कराते थे। अपने आधार कार्ड पर अशरफ की दूसरे लोगों से मुलाकात भी कराते थे। लगातार जांच की जा रही है--- राहुल भाटी, एसपी सिटी

फाइक एन्क्लेव में अशरफ के साले सद्दाम के मकान पर छापा
प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ की भूमिका काफी हद तक साफ होने के बाद एसआईटी की जांच और कार्रवाई दोनों तेज हो गई हैं। शुक्रवार को एसआईटी में शामिल अधिकारियों ने भारी पुलिस फोर्स के साथ अचानक फाइक एन्क्लेव पहुंचकर अशरफ के साले सद्दाम के किराए के मकान की तलाशी ली। इसके साथ कॉलोनी में भी घर-घर पूछताछ का अभियान चलाया। हालांकि करीब दो घंटे की इस कवायद का कोई खास नतीजा हासिल नहीं हुआ।

अशरफ के बरेली जिला जेल में शिफ्ट होने के बाद उसका साला सद्दाम भी बरेली आ गया था। फाइक एन्क्लेव में आजमनगर निवासी मोहम्मद हसीन के भाई मोहम्मद तसलीम का मकान किराए पर लेकर यहीं अपना ठिकाना बना लिया। शुक्रवार को सद्दाम और लल्ला गद्दी की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी को लीड कर रहे एसपी सिटी राहुल भाटी ने सीओ थर्ड आशीष प्रताप सिंह, कई थाना प्रभारियों और और भारी पुलिस फोर्स के साथ फाइक एन्क्लेव में दबिश दी।

इस दौरान सील किए गए मकान को खुलवाकर अंदर तलाशी ली गई लेकिन मकान में कोई खास सुराग नहीं मिला। इसी दौरान पुलिस टीमों अगल-बगल पड़ोसियों से पूछताछ कर उनके नाम और मोबाइल नंबरों का रिकार्ड तैयार किया। उनसे सद्दाम और लल्ला गद्दी के बारे में पूछताछ भी की। इससे पहले भारी तादाद में पुलिस फोर्स कॉलोनी में पहुंचा तो लोग सकते में आ गए। लोग आपस में कानाफूसी करते रहे। पुलिस के लौटने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।

प्रयागराज में लल्ला गद्दी से मिला था फुरकान
अशरफ का साला सद्दाम जब बरेली में आया, उसी दौरान फुरकान की मुलाकात उससे हुई। दोनों के बीच दोस्ती बढ़ी तो वह सद्दाम के साथ जेल जाकर अशरफ से भी मिला। सद्दाम के मां के निधन पर भी वह प्रयागराज गया जहां उसकी मुलाकात राशिद अली और लल्ला गद्दी से हुई। राशिद और लल्ला गद्दी एक दूसरे के रिश्तेदार हैं। लल्ला गद्दी से मुलाकात होने के बाद ही वह उसके गिरोह में सक्रिय भूमिका निभाने लगा।

डीआईजी ने जेल में सात घंटे तक खंगाला रिकार्ड
डीजी जेल आनंद कुमार के आदेश पर बरेली के कार्यवाहक डीआईजी जेल आरएन पांडेय ने भी जांच तेज कर दी है। डीआईजी शुक्रवार सुबह जेल पहुंचने के बाद करीब सात घंटों तक सारे रिकार्ड की छानबीन करते रहे। उन्होंने कैमरों की फुटेज चेक करने के साथ जेल के कई अधिकारियों के बयान भी दर्ज किए।

संदेह के आधार पर कई कैदियों से भी पूछताछ की। इस बीच डीजी जेल ने शुक्रवार को चित्रकूट और बरेली के जेल अधीक्षक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस पर बात की। उन्होंने टॉप-10 अपराधियों की लाइव फीड उपलब्ध कराने के साथ जेल में कैद कुख्यात बंदियों की निगरानी की रोज समीक्षा करने का निर्देश दिया। कड़ी चेतावनी दी कि निर्देशों की अवहेलना पर अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी।

अशरफ का जेल अधिकारियों के साथ वीडियो वायरल
अशरफ के खिलाफ छानबीन के बीच उसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें उसके साथ जेल के अधिकारी भी नजर आ रहे हैं। वीडियो में अशरफ पान खाकर हंसते हुए आसपास मौजूद लोगों से बातचीत कर रहा है। पुलिस अधिकारियों ने इस वीडियो का भी संज्ञान लेकर उसे जांच में शामिल किया है।

आला अधिकारियों के चक्कर काटते रहे जेल अधीक्षक
सूत्रों के अनुसार जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला शुक्रवार को कई वरिष्ठ अधिकारियों के पास पहुंचे और खुद को बेकसूर बताते हुए शक की निगाह से न देखे जाने का आग्रह करते रहे। वह जिन अधिकारियों से मिले, सभी ने उनकी मदद का भरोसा दिलाया।

अशरफ के साले सद्दाम के ठिकानों पर एसआईटी के साथ पुलिस अधिकारियों ने भी दबिश दी है। फाइक एन्क्लेव में उसके किराए के मकान की भी तलाशी ली गई। सद्दाम और लल्ला गद्दी अभी पकड़ में नहीं आए हैं। जल्द दोनों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा---राहुल भाटी, एसपी सिटी/एसआईटी प्रभारी।

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