अयोध्या: बिजली गुल, शहर से देहात तक हाहाकार, जनता कर रही त्राहिमाम

अयोध्या: बिजली गुल, शहर से देहात तक हाहाकार, जनता कर रही त्राहिमाम

अयोध्या, अमृत विचार। बिजली कर्मियों की 72 घंटे की हड़ताल का असर दिखना शुरू हो गया है। जनपद में शहर से लेकर गांव तक हाहाकार मचा हुआ है। आधे शहर में पिछले 10 घंटे से बत्ती गुल है। ग्रामीण इलाकों का भी यही हाल है। तकरीबन 32 से अधिक गावों के हजारों घर अंधेरे में डूबे हुए हैं। फाल्ट बनाने वाला कोई नहीं है। आम जनजीवन बेहाल है। व्यापरियों का भी धंधा मंदा दिख रहा है।

शहर के नाका, कौशलपुरी, चौक फीडर से जुड़े घरों में घंटों से लाइट कटी हुई है। पूरा बाजार प्रतिनिधि के अनुसारक्षेत्र के दर्जनों गांव 35 घंटों से अंधेरे में हैं।बुधवार की दोपहर से विद्युत आपूर्ति ठप है। रात में मच्छरों के प्रकोप ने उपभोक्ताओं को सोने नहीं दिया। राजेपुर के शारदा यादव जलालुद्दीन नगर के रणधीर सिंह डब्लू जय प्रकाश सिंह, पूरा बाजार के प्रमोद सोनी , रामचरित्र गुप्ता मडना के ओमप्रकाश यादव, अभिषेक सिंह , ताहिर पुर के अर्जुन तिवारी बताते हैं कि रात भर बिजली का इंतजार करते रहे। विद्युत कर्मचारियों को फोन करते रहे लेकिन ज्यादातर कर्मचारियों का फोन बंद था।

उपकेंद्र पूरा बाजार का कार्यभार संभालने वाले संग्रह अमीन अजीत मौर्या कहते हैं कि हम लोगों को बिजली विभाग की कोई जानकारी नहीं है।देखरेख के अलावा हम कुछ कर नहीं सकते। विद्युत उप केंद्र रसूलाबाद के अंतर्गत आने वाले गांव में गुरुवार की रात से लेकर सुबह तक विद्युत आपूर्ति जारी थी, लेकिन सुबह 8 बजकर  22 मिनट पर विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। रसूलाबाद उपकेंद्र पर भी संग्रह अमीन ड्यूटी दे रहे।

गोसाईगंज में गुरुवार दोपहर बाद से गुल है बिजली
गोसाईगंज कस्बा सहित आस पास के सैकड़ो गांव व बाजार अंधेरे में डूब गए। लोगो के मोबाइल बन्द हो गए। कस्बे में जलापूर्ति ठप हो गयी।चूंकि अमूमन अधिकांश कार्य बिजली से ही संचालित होता है। विद्युत आपूर्ति ठप होने से बिजली उपकरणों व कारीगरों पर काफी प्रभाव पड़ा है,उनकी दूकानदारी पूरी तरह से चौपट हो गयी।विद्युतकर्मियों को फोन करने पर कोई फोन उठाने को तैयार नही है।

यह भी पढ़ें:-UP के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा की पुण्यतिथि आज, सीएम योगी ने किया नमन