संभल कोल्ड स्टोरेज हादसे के घायलों और उनके परिजनों से मिले मुख्यमंत्री, बंधाया ढांढस...दिलाया हर संभव मदद का भरोसा
मुख्यमंत्री ने की मृतकों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50,000 रुपए देने की घोषणा, अब तक मलबे में दबे 22 लोगों को निकाला जा चुका, सीएम ने 11 लोगों के मरने की पुष्टि की
मुरादाबाद, अमृत विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल के चंदौसी में कोल्ड स्टोरेज हादसे के घायलों और उनके परिजनों से मिलकर मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50,000 रुपये की आर्थिक सहायता सरकार की ओर से देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने तीर्थंकर मेडिकल कॉलेज में घायलों से मिलकर बेहतर इलाज और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। कहा कि शासन स्तर से मंडलायुक्त के नेतृत्व में एक कमेटी गठित कर दी गई है ,वह हादसे की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट देगी। इसके आधार पर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि थे। दीक्षांत समारोह में शामिल होने के बाद उन्होंने टीएमयू मेडिकल कॉलेज में भर्ती संभल हादसे के घायलों और उनके परिजनों से मिलकर उनका हाल चाल जाना। मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हादसे में 11 लोगों की दुखद मौत हुई है। जो गंभीर घायल हैं , उनके बेहतर इलाज का प्रबंध सरकार कर रही है। एक गंभीर घायल को मेरठ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। उन्होंने कहा कि अभी घटनास्थल पर रेस्क्यू चल रहा है। घायलों के परिजनों को आश्वासन दिया कि सरकार उनके साथ है। हर संभव मदद की जाएगी।
मुख्यमंत्री के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, प्रदेश सरकार के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना सहित अन्य लोग मौजूद थे। वहीं मुख्यमंत्री ने टीएमयू के दीक्षांत समारोह में 5988 मेधावियों को मेडल पहनाकर और उपाधियां देकर सम्मानित किया। उन्होंने कोरोना त्रासदी का जिक्र कर कहा कि 220 करोड़ लोगों को मुफ्त वैक्सीन देना पूरी दुनिया में सबसे बड़ी उपलब्धि भारत ने हासिल किया। इससे आर्थिक संकट से निपटने के प्रधानमंत्री के संकल्प शक्ति का उल्लेख करते हुए कहा कि देश में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराना अपने आप में बड़ा काम है।
आजादी के अमृत महोत्सव में पंच प्रण की चर्चा कर मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि प्रधानमंत्री के संकल्प के अनुसार शताब्दी समारोह के दौरान भारत को महा ताकत के रूप में उभारने के लिए कार्य करना है। गुलामी का सभी निशान मिटाकर देश की गौरवशाली विरासत का सम्मान करने के लिए काम करेंगे। मुख्यमंत्री ने हर घर तिरंगा, अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर, काशीधाम, बाबा केदारनाथ धाम का भव्य निर्माण के संकल्प को दोहराया। उन्होंने कहा कि मौलिक अधिकारों के साथ नागरिकों के मौलिक कर्तव्य भी महत्वपूर्ण है। क्योंकि कर्तव्य हमें उत्श्रृंखल नहीं होने देगा। भारत 2047 में दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनेगा, इसका केंद्र विश्वविद्यालयों को ही बनना होगा।
