अयोध्या : मार्च प्रेशर, विभागों में चल रहा बजट खपाने का थ्रेसर 

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Published By Virendra Pandey
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 विभिन्न योजनाओं में करोड़ों की धनराशि लैप्स होने का संकट

अयोध्या, अमृत विचार। वित्तीय वर्ष समाप्ति को बस एक सप्ताह शेष बचा है। इसे लेकर सरकारी विभाग सिर खपा रहे हैं। मार्च प्रेशर का आलम यह है कि दिन में ऑफिस में काम निपटाने के बाद रात में अफसरों के बंगलों पर बाबू फाइल तैयार कर रहे हैं।

सूत्रों की मानें तो कई विभागों के पास 50 करोड़ से अधिक धनराशि खाते में डंप पड़ी है। इन धनराशि के उपभोग के लिए ट्रेजरी को बिल-वाउचर का इंतजार है। अगर समय से नहीं खर्च हुई तो इन विभागों की धनराशि सरेंडर करनी पड़ेगी, जिसके चलते अगले वित्तीय वर्ष तक योजनाओं के बुरी तरह से प्रभावित होने की संभावना है।

अकेले समाज कल्याण विभाग के विभिन्न मदों में 12 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि पड़ी है। विभागीय सूत्र के मुताबिक मौजूदा समय में खाते में अभी 12 करोड़ रुपए अवशेष पड़ा हुआ है। जो विभिन्न योजनाओं के लिए शासन से वर्तमान वित्तीय वर्ष में अवमुक्त किया गया था। आंगनबाड़ी केंद्रों और स्वच्छता अभियान समेत अन्य योजनाओं में भी करीब तीस करोड़ से अधिक की धनराशि पड़ी हुई है। उसका भी उपभोग एक सप्ताह में दिखाना पड़ेगा। अन्यथा विभागों को यह धनराशि सरेंडर करनी पड़ेगी। यह धनराशि भी अलग-अलग कार्यों के लिए शासन ने काफी पहले अवमुक्त की थी। इसी प्रकार कई और विभाग जिन्हें लगातार शासन से अंतिम समय में धनराशि मिल रही है, उनके द्वारा भी उसका उपभोग कर पाने पर संदेह है। इसी तरह जिले में संचालित अन्य विभागों में भी मार्च को लेकर हाय-तौबा मची हुई है।

ग्राम पंचायतों में भी लग रहा गुणा-गणित 

छह महीने पहले ग्राम पंचायतों में विभिन्न विकास योजनाओं के अन्तर्गत 25 करोड़ रुपये जारी किए गए थे, जिनमें से केवल 14 करोड़ की धनराशि ही खर्च की गई है जबकि शेष धनराशि 11 करोड़ रुपये अभी डम्प पड़ी हुई है। 11 ब्लाकों की 835 ग्राम पंचायतों में अनटाइड फंड के रूप में यह बजट सीधे उनके खातों में भेजा गया था। 

कोट -

प्रत्येक वित्तीय वर्ष के समापन पर बजट को लेकर दबाव रहता है। सभी ग्राम पंचायतों से धनराशि का उपभोग प्रमाण पत्र 29 मार्च तक मांगा गया है। यदि नहीं मिलता है तो धनराशि ट्रेजरी को सरेंडर कर दी जायेगी। कहीं कोई वित्तीय अनियमितता नहीं होती। 
- दमन प्रीति अरोड़ा, जिला पंचायत राज अधिकारी, अयोध्या

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