हल्द्वानीः नशेड़ी भाई के हमले में घायल बड़े भाई ने तोड़ा दम, रिपोर्ट दर्ज, गिरफ्तार

हल्द्वानीः नशेड़ी भाई के हमले में घायल बड़े भाई ने तोड़ा दम, रिपोर्ट दर्ज, गिरफ्तार

हल्द्वानी, अमृत विचार। नशेड़ी भाई ने बड़े भाई को पीट-पीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। पिछले चार दिनों से उसका इलाज चल रहा था और शनिवार शाम उसने बरेली के एक निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया। 

काठगोदाम पुलिस ने मारपीट की घटना के अगले ही दिन इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। बताया जा रहा है कि पुलिस ने आरोपी भाई को हिरासत में ले लिया है। 
   
बैड़ीखत्ता जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा काठगोदाम निवासी महेश चंद्र आर्या पुत्र स्व.गंगा राम आर्या यहां अपनी पत्नी रेनू, एक साल के बेटे व तीन साल की बेटी के साथ रहते थे। महेश के साथ उनका छोटा भाई भुवन चंद्र भी रहता था। 

बताया जाता है कि कुछ दिन पूर्व रेनू बच्चों के साथ अपने मायके गई थी। बीती 21 मार्च को दोनों भाई घर पर अकेले थे। इसी दरम्यान दोनों के बीच विवाद हो गया। भुवन ने महेश को बुरी तरह पीटा और फिर उसका गला भी घोंटा। शोर-शराबा होने पर पहुंचे इलाकाई लोगों ने दोनों को अलग किया, लेकिन मारपीट में महेश गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बावजूद इसके महेश इलाज के लिए नहीं गए।
  
22 मार्च को जब रेनू घर पहुंची तो पति की हालत देखकर उसके होश फाख्ता हो गए। आनन-फानन में वह महेश को बेस अस्पताल लेकर पहुंची। हालत नाजुक होने पर उसे एसटीएच रेफर कर दिया गया, लेकिन यहां भी चिकित्सकों ने हाथ खड़े कर दिए। जिसके बाद रेनू ने देवर भुवन के खिलाफ काठगोदाम पुलिस को तहरीर सौंपी। 

22 मार्च को ही पुलिस ने भुवन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। इधर, हालत नाजुक होने पर महेश को बरेली के एक निजी अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां शनिवार शाम उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इससे घर में कोहराम मच गया।

मौत की खबर मिलते ही काठगोदाम पुलिस ने भी मामले में पड़ताल शुरू कर दी। काठगोदाम थानाध्यक्ष प्रमोद पाठक ने बताया कि मामले में आरोपी भुवन के खिलाफ मृतक की पत्नी रेनू की तहरीर पर 22 मार्च को ही रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी। अब इस मामले में आरोपी के खिलाफ गैर इरादत हत्या की धारा बढ़ाई जाएगी। आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। 
 
संपत्ति हड़पने के लिए आए दिन करता था मारपीट

रेनू के मुताबिक आरोपी देवर भुवन स्मैक और शराब का लती है। वह आए दिन उसके और उसके पति से गाली-गलौच और मारपीट करता था। भुवन घर की संपत्ति को हड़पना चाहता था। 21 मार्च की घटना से 8-9 दिन पूर्व भी भुवन चन्द्र ने शराब पीकर रेनू के साथ न सिर्फ मारपीट की बल्कि घर में तोड़फोड़ भी की थी।

21 मार्च की घटना के अगले दिन जब रेनू को मारपीट की खबर लगी और उसने देवर को उलाहना दिया तो उसने रेनू से भी अभद्रता और गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी थी। 

रेनू ने की थी भुवन को नशा मुक्ति केंद्र भेजने की मांग

काठगोदाम पुलिस को दी तहरीर में रेनू ने स्पष्ट कर दिया था कि उसका देवर पूरी तरह से स्मैक और शराब की गिरफ्त में है। रेनू ने आशंका जाहिर की थी कि भुवन कभी भी संगीन वारदात को अंजाम दे सकता है। ऐसे में उसका परिवार के बीच रहना ठीक नहीं है। 

पुलिस से मांग की थी कि आरोपी को नशा मुक्ति केंद्र भेजा जाए। साथ ही कहा था कि भुवन अपराधी प्रवत्ति का है। 21 मार्च की घटना पहली नहीं थी, भुवन जब भी नशे में आता था, तब अपने भाई या रेनू से मारपीट करता था।

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