अयोध्या: फोरलेन पुल पर हुए हादसे में मोपेड सवार दादी-पोती की मौत 

चैत्र रामनवमी पर दर्शन-पूजन के लिए आ रही थी अयोध्या, सकुशल बचा चालक 

अयोध्या: फोरलेन पुल पर हुए हादसे में मोपेड सवार दादी-पोती की मौत 

अमृत विचार, अयोध्या। लखनऊ-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार की सुबह फोरलेन पुल पर हुए हादसे में मोपेड सवार दादी-पोती की मौत हो गई। हादसा अयोध्या कोतवाली क्षेत्र में हुआ। दोनों मोपेड से चैत्र रामनवमी स्न्नान और दर्शन-पूजन के लिए रामनगरी आ रही थी। हालांकि हादसे में मोपेड चला रहा शख्स सकुशल बच गया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए रखवा सूचना मृतकों के गांव भिजवाई गई है।

 बताया गया कि रामनगरी के चैत्र रामनवमी मेले के लिए संतकबीरनगर जनपद के धनघटा थाना क्षेत्र स्थित सेमरडारी गाँव निवासी 53 वर्षीय गंगाधर अपनी पत्नी 50 वर्षीय कुशलवती तथा 8 वर्षीय पोती काजल को लेकर अपनी टीवीएस मोपेड से अयोध्या आ रहा था। लखनऊ हाइवे स्थित फोरलेन सरयू पुल पर पीछे से आ रहे किसी वाहन ने मोपेड में टक्कर मार दी। टक्कर के बाद मोपेड पर सवार कुशलवती और उसकी पोती दाहिने गिरी और वाहन के पहियों की चपेट में आ गई। कुशलवती का शरीर तो क्षत-विक्षत हो गया और बालिका काजल गंभीर रूप से घायल हो गई, हालंकि मोपेड चला रहा गंगाधर बाएं फोरलेन पुल की दीवार की ओर गिरा और सकुशल बच गया। उधर दुर्घटना करने वाला वाहन मौके से फरार हो गया।

माजरा देख रहे स्थानीय लोगों ने मामले की खबर इलाकाई पुलिस को दी और एंबुलेंस की मदद से दादी-पोती को जिला अस्पताल भिजवाया। जिला अस्पताल के इमरजेंसी चिकित्सक डा.सादिक ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। जिला अस्पताल प्रशासन का कहना है कि दोनों को ईएमटी राजाबाबू लेकर आया था। पोस्टमार्टम के लिए मेमो पुलिस को भेजवाया गया है। अयोध्या कोतवाल मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम की कार्रवाई कराई जा रही है।     

शॉर्टकट और मेला देखने की जिद पड़ी जिंदगी पर भारी

मोपेड सवार गंगाराम के परिवार को शॉर्टकट का रास्ता अख्तियार करना बुधवार को भारी पड़ गया। संतकबीरनगर जनपद के धनघटा थाना क्षेत्र स्थित सेमरडारी गाँव निवासी गंगाधर की सरयू के उसपार पड़ोसी जनपद गोंडा में कटरा भोगचन्द क्षेत्र में रिश्तेदारी है। हुआ यह कि अपने घर से पत्नी और पोती के साथ मोपेड से मेला पहुँचने के लिए अयोध्या निकला गंगाधगर पहले अपनी रिश्तेदारी पहुंचा और फिर उसने पुराने सरयू पुल के रास्ते अयोध्या मेला क्षेत्र पहुँचने की कोशिश की, लेकिन यातायात प्रतिबंध के चलते पुलिस ने उसको वापस लौटा दिया।

इसके बाद उसने मेला क्षेत्र में पहुंचने के लिए फोरलेन हाइवे का रास्ता चुना और अयोध्या कोतवाली क्षेत्र स्थित फोरलेन पुल पर हादसे का शिकार हो गया, जिसमें पत्नी और पोती को खोना पड़ा। जिला अस्पताल में मौजूद गंगाराम ने बताया कि काजल तो मेला देखने की जिद कर चली आई थी। उसने तो काजल को साथ लाने से साफ़ इंकार कर दिया था लेकिन पत्नी कुशलवती के प्यार-दुलार के चलते मजबूर होकर बालिका काजल को लेकर आना पड़ा। उसका कहना है कि भगवान ने परिवार ही छीन लिया।

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