बरेली: अभिभावकों पर एक और मार, स्कूल बसों का भी किराया बढ़ा

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Published By Vikas Babu
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कई नामचीन स्कूलों ने अभिभावकों को कोई नोटिस दिए बगैर किराए में की 20 से 30 फीसदी तक बढ़ोतरी

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बरेली, अमृत विचार। प्रशासन, शिक्षा विभाग और अभिभावक संगठनों की अनदेखी से बेबस अभिभावकों पर अब एक और मार पड़ी है। फीस, किताबों और स्टेशनरी की कीमतों में 50 फीसदी तक की वृद्धि के बाद शहर के कई नामचीन स्कूलों ने अपने वाहनों का किराया भी 20 से 30 फीसदी तक बढ़ा दिया है। अभिभावकों को इसके लिए कोई नोटिस भी नहीं दिया गया।

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नए सत्र में निजी स्कूलों की मनमानी से अभिभावकों की मुसीबत बढ़ती ही जा रही है। स्कूल की फीस, किताबों और स्टेशनरी की कीमत में पहले से असहनीय वृद्धि की जा चुकी है, अब वाहनों का किराया भी बढ़ा दिया गया है। बच्चों की पढ़ाई पर एक के बाद एक पड़ रही महंगाई की मार से अभिभावकों की हालत खराब हो गई है। पिछले साल शासन ने किराया बढ़ाने में स्कूलों को मनमानी न करने देने का निर्देश जारी किया था लेकिन प्रशासन और शिक्षा विभाग फिर भी बेखबर बने हुए हैं।

अभिभावकों के मुताबिक अलखनाथ रोड पर स्थित एक निजी स्कूल की बस का किराया पिछले सत्र तक एक हजार रुपये प्रति छात्र लिया जाता था लेकिन इस बार प्रबंधन ने किराया बढ़ाकर 13 सौ रुपये प्रति छात्र कर दिया है जबकि इस बीच न तो तेल के दाम बढ़े हैं, न ही शासन से कोई आदेश जारी हुआ है। इसी तरह इज्जतनगर, बीसलपुर रोड और कैंट इलाके में चलने वाले कॉन्वेंट स्कूलों ने भी वाहनों का किराया बढ़ा दिया है।

अभिभावक संघ बोला- डीएम से शिकायत करेंगे
अभिभावक संघ के अध्यक्ष अंकुर सक्सेना ने बताया कि निजी स्कूलों की किताबें, यूनिफार्म और अब बस का किराया बढ़ाना बेहद अफसोसनाक है। एक तो इन दिनों बच्चों की महंगी किताब और यूनिफार्म खरीदारी से अभिभावक परेशान हैं, ऐसे में किराया बढ़ाया जाना उचित नही। इस संबंध में जल्द ही डीएम और डीआईओएस से शिकायत की जाएगी।

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