इंदौर बावड़ी हादसे के बाद मप्र सरकार ने सभी बावड़ियों, खुले नलकूपों के सर्वेक्षण का आदेश दिया
भोपाल। इंदौर में एक मंदिर की बावड़ी गिरने से 36 लोगों की मौत के कुछ दिनों बाद मध्य प्रदेश सरकार ने 30 दिनों के भीतर सभी ढकी हुए बावड़ियों और खुले नलकूपों का प्रदेशव्यापी सर्वेक्षण करने का आदेश दिया है। मध्य प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राजेश राजोरा ने मंगलवार को कहा कि जिला प्रशासन को किसी भी अप्रिय घटना और जनहानि को रोकने के लिए ऐसी संरचनाओं को पूरी तरह से भरने के लिए कहा गया है।
इंदौर के पटेल नगर में बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में 30 मार्च को रामनवमी पर हवन के दौरान फर्श धंसने से 21 महिलाओं और दो बच्चों समेत 36 श्रद्धालुओं की बावड़ी में गिरकर मौत हो गई थी। राजोरा ने कहा कि राज्य भर के जिला प्रशासन को 30 दिनों के भीतर बावड़ियों और बडे़ पत्थरों से ढके कुओं और खुले नलकूपों के सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया गया है।
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरे राज्य में इस तरह के सर्वेक्षण कराने का निर्देश दिया था। राजौरा ने कहा कि जिला प्रशासन को भी बावड़ियों और कुओं से अतिक्रमण हटाने और इसे हटाने का खर्च मालिकों से वसूल करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि अगर अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। पिछले एक साल के दौरान राज्य में खुले बोरवेल में बच्चों के गिरने की कई घटनाएं हुई हैं।
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