IPL 2023: कौन हैं मिस्ट्री स्पिनर सुयश शर्मा? जिनकी गेंदों ने RCB बल्लेबाजों को किया परेशान...कप्तान नितीश राणा ने कही ये बात
सुयश शर्मा सामान्य लेग ब्रेक गेंदबाज लेकिन उसकी अपनी विशिष्टता है : राणा
कोलकाता। कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के कप्तान नितीश राणा युवा सुयश शर्मा को रहस्यमयी स्पिनर नहीं मानते और उन्होंने कहा कि वह सामान्य लेग ब्रेक गेंदबाज है जिनकी अपनी विशिष्टता है। दिल्ली के अंडर 25 स्पिनर सुयश ने अभी तक केवल आयु वर्ग के टूर्नामेंट खेले हैं। उन्होंने गुरुवार को सुनील नारायण और वरुण चक्रवर्ती के साथ मिलकर केकेआर को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ आसान जीत दिलाई थी।
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राणा ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, सुयश रहस्यमयी स्पिनर नहीं है। वह सामान्य लेग स्पिनर है लेकिन उसकी अपनी विशिष्टता है क्योंकि उसका एक्शन परंपरागत है और उसकी गेंद को समझना बहुत मुश्किल होता है। सुयश को वेंकटेश अय्यर की जगह इंपैक्ट प्लेयर के रूप में शामिल किया गया था। उन्होंने 30 रन देकर तीन विकेट लिए जिससे केकेआर ने आरसीबी को 205 रन के लक्ष्य के सामने 17.4 ओवर में 123 रन पर आउट कर दिया था।
Two wickets in an over for the debutant 🔥
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Suyash Sharma gets the wickets of Anuj Rawat and Dinesh Karthik as #RCB are now 8 down.
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राणा ने कहा, हवा में उसकी गति अधिक होती है। अगर उसके खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए थोड़ा भी संदेह हुआ तो आप शत प्रतिशत परेशानी में पड़ जाएंगे। मैच दर मैच उसमें सुधार होगा। उन्होंने कहा, मैं जानता था कि सुयश अच्छा प्रदर्शन करेगा लेकिन मैं पावर प्ले में सुनील और फिर वरुण को गेंदबाजी देना चाहता था और इन दोनों ने हमें सफलता भी दिलाई। बीच के ओवरों में विकेट लेना महत्वपूर्ण था।
राणा ने कहा, वरुण की वापसी हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है। वह पिछले सत्र में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया था लेकिन इस बार अच्छी गेंदबाजी कर रहा है। राणा ने शार्दुल ठाकुर की भी प्रशंसा की जिन्होंने सातवें नंबर पर उतर कर 29 गेंदों में 68 रन की तूफानी पारी खेली। उन्होंने कहा, मुझे शुरु से ही उसके बल्लेबाजी कौशल पर विश्वास था लेकिन उन्होंने जिस तरह से शॉट खेले वह मेरी उम्मीद से भी बेहतर है। अगर आपका ऑलराउंडर इस तरह से बल्लेबाजी करता है और अपने दम पर मैच का पासा पलट देता है तो फिर किसी कप्तान को और क्या चाहिए।
पिता की बीमारी, दिल्ली क्रिकेट राजनीति से जूझते हुए आईपीएल में चमके युवा सूयश शर्मा
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ बीती रात जीत में प्रभावित करने वाले कोलकाता नाइट राइडर्स के 'इम्पैक्ट प्लेयर' सूयश शर्मा का क्रिकेट के भ्रष्ट माहौल में कोई ‘गॉडफादर’ नहीं है और दिल्ली के मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले इस लेग स्पिनर ने अभी तक अपनी काबिलियत के बूते सफलता हासिल की है। पूर्वी दिल्ली के भजनपुरा इलाके के 19 वर्षीय सूयश ने कोलकाता की टीम की ओर से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में पदार्पण करते हुए 30 रन देकर तीन विकेट झटके जिससे टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को 81 रन से पराजित करने में कामयाब रही। मध्यम वर्ग के परिवार की अपनी ही समस्यायें होती हैं और फिर उनके पिता भी कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं, लेकिन उन्होंने 'गॉडफादर' के नहीं होने, तमाम परेशानियों और तनाव के बावजूद क्रिकेट की चुनौतियों से निपटना जारी रखा।
सूयश के लिए यह यात्रा आसान नहीं रही
दिल्ली के कोच रणधीर सिंह ने कहा, सूयश के लिए यह यात्रा आसान नहीं रही है। वह दिल्ली के पूर्व स्पिनर सुरेश बत्रा का शिष्य था और उनके क्लब के लिए खेलता था। कोविड-19 के कारण हमने सुरेश जी को गंवा दिया और फिर वह (सूयश) मेरे पास आया क्योंकि वह मैच अभ्यास चाहता था। मैंने डीडीसीए (दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ) लीग में अपने मद्रास क्लब में और ओपन टूर्नामेंट में 'रन-स्टार' क्लब में खेलने का मौका दिया। पिछला एक साल सूयश के लिए काफी परेशानी भरा रहा क्योंकि वह संपन्न परिवार से नहीं है। सिंह ने कहा, उसके पिता को कैंसर होने का पता चला। लेकिन मुझे लगता है कि वह हमेशा दिल्ली के पूर्व स्पिनर और मुंबई इंडियंस के मौजूदा मैनेजर (टैलेंट स्काउट) राहुल सिंघवी का कर्जदार रहेगा जिन्होंने उसके पिता के उपचार में उसकी काफी मदद की।
उन्होंने कहा, मैंने उसे कहा कि अगर उसे कोई मदद की जरूरत है तो हम एम्स में भी उन्हें दिखा सकते हैं लेकिन राहुल की बदौलत उसके पिता का इलाज मुंबई में किया गया। वह भी मुंबई इंडियंस के ट्रायल्स में शामिल हुआ। कोलकाता, चेन्नई या मुंबई की तरह दिल्ली का क्लब क्रिकेट इतना लुभावना नहीं है क्योंकि कोई भी क्लब खिलाड़ी को कोई भुगतान नहीं करता है और यहां कोई आधिकारिक अनुबंध भी नहीं कराया जाता। सिंह ने कहा, हमने सूयश को कुछ भी भुगतान नहीं किया है क्योंकि दिल्ली क्लब क्रिकेट में किसी को एक भी पैसा नहीं दिया जाता। अगर आप पेशेवर हो, भारत के लिए खेल रहे हो और खेलने के लिये अनुरोध किया गया है तो ही खिलाड़ी को कुछ वित्तीय लाभ होता है।
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