बरेली: फर्जी पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट पर छापा, डायरेक्टर और प्रिंसिपल गिरफ्तार
सात साल से चल रहा था पीलीभीत बाईपास की बन्नूवालनगर कॉलोनी में, छापे के बाद फर्जी होने का पता चला तो छात्र-छात्राओं ने किया हंगामा
बरेली, अमृत विचार : पीलीभीत बाईपास पर बन्नूवालनगर कॉलोनी में चल रहे फर्जी पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट पर छापा मारकर उसे बंद करा दिया गया और उसके निदेशक डॉ. वीके यादव और प्रिंसिपल डॉ. जगदीश चंद्रा को गिरफ्तार कर लिया गया। इंडियन पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के नाम से बगैर किसी अनुमति के चल रहे इस संस्थान में करीब 500 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे।
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छापा पड़ने के बाद जब उन्हें पता चला कि इंस्टीट्यूट फर्जी है तो उन्होंने जमकर हंगामा किया। पुलिस-प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम बृहस्पतिवार दोपहर करीब 12 बजे इंस्टीट्यूट पर छापा मारने पहुंची। टीम ने निदेशक और प्रिंसिपल से अनुमति दिखाने को कहा, लेकिन वे न अनुमति दिखा पाए न ही कोई संतोषजनक जवाब दिया।
इस पर पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया और इंस्टीट्यूट में मौजूद छात्र-छात्राओं को बाहर निकालकर गेट पर ताला लगवा दिया। छात्र-छात्राओं को जब पता चला कि इंस्टीट्यूट फर्जी है तो वे सकते में आ गए। इसके बाद उन्होंने हंगामा करते हुए अपनी फीस लौटाने की मांग शुरू कर दी। छानबीन में पता चला कि बन्नूवाल नगर में यह फर्जी इंस्टीट्यूट वर्ष 2016 से चल रहा था। शुरू में इसका नाम हिंदुस्तान पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट था लेकिन बाद में बदलकर इंडियन पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट कर दिया गया।
निदेशक डॉ. वीके यादव बरेली की ही मेगा सिटी का निवासी है और प्रिंसिपल डॉ. जगदीश चंद्रा मूल रूप से रुद्रपुर (उत्तराखंड) की आदर्श कॉलोनी का रहने वाला है और यहां राजेंद्रनगर में रह रहा है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ थाना इज्जतनगर में रिपोर्ट दर्ज की है।
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