अल्मोड़ा: लगातार बड़ रहे भारत-नेपाल सीमा पर मानव तस्करी के मामले
अल्मोड़ा, अमृत विचार। भारत-नेपाल सीमा पर मानव तस्करी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वर्ष 2013 के बाद से इन मामलों में काफी वृद्धि हुई है। हालात इस कदर खराब हो गए हैं कि मानव तस्करी में भारत विश्व में पांचवें स्थान पर आ गया है। विश्व की बात करें तो हर वर्ष डेढ़ करोड़ से अधिक लोगों की खरीद फरोख्त होती है, जो भविष्य के लिए चिंता का विषय है।
एसएसबी के सेक्टर मुख्यालय अल्मोड़ा में एसएसबी और स्पर्धा संस्था के संयुक्त प्रयासों से आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम को संबोधित कर चाइल्ड हेल्पलाइन के निदेशक दीप चंद्र बिष्ट ने यह बात कही। कार्यक्रम में पिथौरागढ़ और चंपावत में भारत नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी के अधिकारियों और जवानों ने प्रतिभाग किया। बिष्ट ने कार्यक्रम को संबोधित कर कहा कि गरीबी व अशिक्षा मानव तस्करी का बड़ा कारण है।
भारत-नेपाल सीमा के आरपार बड़े पैमाने पर मानव तस्करी की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसे रोकने में दोनों देशों की सीमा पर तैनात एसएसबी बड़ी भूमिका निभा रही है। सेक्टर हेड क्वार्टर अल्मोड़ा के उप महानिदेशक डीएन भोम्बे ने कहा कि सीमा पर एसएसबी के जवान मानव तस्करी को रोकने का गंभीरता से काम कर रहे हैं।
उन्होंने प्रतिभागियों को मानव तस्करी के शिकार लोगों को पहचाने के टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को मानव तस्करी रोकने के लिए एसएसबी का साथ देना होगा। कार्यक्रम में सहायक सेनानी अभ्युदय निंबा सालूंखे, निरीक्षक अजय सिंह पवार, 55 वीं बटालियन पिथौरागढ़ के उप सेनानी दिवाकर भट्ट, निरीक्षक गणेश सिंह, 11वीं बटालियन डीडीहाट के सहायक सेनानी सुरेश पाल, पांचवीं बटालियन चंपावत के निरीक्षक संजीव चक्रवर्ती, अनीता लोहनी, कैलाश रौतेला आदि मौजूद रहे।
