अयोध्या: मई से जुटेंगे शिल्पकार, सितंबर तक तैयार होगी रामलला की मूर्ति

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Published By Deepak Mishra
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सत्य प्रकाश, अयोध्या कार्यालय/ अमृत विचार। रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण से लेकर रामलला के विराजमान कराए जाने तक की तिथि तय कर ली गई है। मंदिर निर्माण का कार्य अपने समय सीमा से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

वर्तमान समय में मंदिर के गर्भगृह समेत भूतल निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है। जून माह तक छत लगाए जाने की प्रक्रिया को भी पूरा कर लिया जाएगा। दूसरी तरफ भगवान रामलला की अचल प्रतिमा विराजमान करने की तैयारियां तेज हो गई हैं। देश के प्रसिद्ध मूर्तिकार व शिल्पकर रामलला की मूर्ति को तैयार करने का कार्य शुरू कर चुके हैं। 

अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह में ही रामलला के स्वरूप और पत्थरों के चयन पर मुहर लग जायेगी। मई के पहले सप्ताह से मूर्ति तैयार करने का कार्य भी अयोध्या में ही शुरू कर दिया जाएगा। सब कुछ ठीक रहा तो सितंबर तक रामलला की मूर्ति को भी तैयार कर लिया जाएगा। बीते दिनों अयोध्या के बाद दिल्ली में हुई बैठक में भी मूर्तिकारों ने श्यामशिला पर सहमति जताई थी, लेकिन कर्नाटक के मैसूर और उड़ीसा से लाये गए श्याम रंग के पत्थरों पर मंथन चल रहा है। 

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा बताते हैं कि अलग-अलग स्थानों से लाई गई सभी शिलाओं पर मंथन हो रहा है। हिंदू शास्त्र के मुताबिक भगवान के स्वरूप और उनकी दिव्य रूप का वर्णन नहीं किया जा सकता है। राम मंदिर में भगवान रामलला सहित हनुमान जी, भगवान शंकर, अन्नपूर्णा माता, गणेश भगवान व अन्य देवी देवताओं की भी मूर्ति इन्ही पत्थरों से तैयार की जाएंगी।

मूर्तिकारों ने अपना कार्य शुरू कर दिया है। जल्द ही रामलला अपने दिव्य स्वरूप में विराजमान होंगे। इस कार्य के लिए 4 से 5 माह ही लगेंगे। डॉ. मिश्रा ने बताया कि बीते दिनों दिल्ली में हुई बैठक में ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी के निर्देशन में देश के तीन प्रमुख मूर्तिकार टीम कार्य कर रही है।

रामसेवकपुरम में मोबाइल फोन ले जाने पर लगेगा बैन
अयोध्या राम घाट क्षेत्र स्थित रामसेवकपुरम में ही रामलला की मूर्ति को बनाए जाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। रामसेवकपुरम में जहां राम कथा कुंज के लिए रामायण के प्रसंगों पर झांकियों को तैयार किया जा रहा है। वहीं दूसरे भाग में मूर्ति निर्माण का कार्य भी किया जाएगा। रामसेवकपुरम में भी राम जन्मभूमि जैसी सुरक्षा तैनात की जाएगी।

परिसर में किसी भी प्रकार से फोटो खींचना व सेल्फी लेना वर्जित होगा। इसके लिए परिसर में आने से पहले अपने मोबाइल फोन व सामानों को लाना वर्जित होगा। सूत्रों के मुताबिक सुरक्षा के अधिकारियों ने रामसेवकपुरम की सुरक्षा की तैयारियां शुरू कर दी है।

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