कानपुर मेट्रो : कॉरिडोर-2 की दूसरी ट्रेन पहुंची, अब होगी शुरू टेस्टिंग
डिपो का निर्माण कार्य तेज, 2026 के मध्य में हो जायेगा तैयार
कानपुर, अमृत विचार। कानपुर मेट्रो के कॉरिडोर-2 (सीएसए - बर्रा-8) के लिए तैयार दूसरी ट्रेन मंगलवार को शहर पहुंच गई। सीएसए परिसर स्थित निर्माणाधीन डिपो में सुरक्षित रूप से ट्रेन की अनलोडिंग की गई। पहली ट्रेन के आगमन के एक माह के भीतर ही दूसरी ट्रेन डिपो पहुंची। मेट्रो अधिकारियों ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर तीसरी ट्रेन के भी पहुंचने की पूरी संभावना है।
लगभग 40 टन वजनी अत्याधुनिक कोचों को विशेष क्रेनों की सहायता से अत्यंत सावधानीपूर्वक ट्रैक पर उतारा गया। कॉरिडोर-2 के लिए कुल 10 ट्रेनों की आपूर्ति प्रस्तावित है। कानपुर मेट्रो की प्रत्येक ट्रेन में 3 कोच होते हैं। लगभग 15 हेक्टेयर क्षेत्र में निर्माणाधीन कॉरिडोर-2 डिपो को वर्ष 2026 के मध्य तक पूर्ण रूप से तैयार करने की योजना है।
कॉरिडोर-2 डिपो में कुल 15 ट्रैकों के निर्माण की योजना है। इन 15 लाइनों का वर्कशॉप, स्टेबलिंग, इंस्पेक्शन, शंटिंग, कोच अनलोडिंग, पिट व्हील और टेस्ट ट्रैक के रूप में प्रयोग किया जाना है। ट्रेनों एवं विद्युत उपकरणों को विद्युत आपूर्ति प्रदान करने के लिए डिपो में 33 केवी ऑक्ज़ीलरी कम ट्रैक्शन सब-स्टेशन (एएसएस-कम-टीएसएस) को पहले ही ऊर्जीकृत किया जा चुका है।
सिग्नलिंग एवं वर्कशॉप निर्माण कार्य
डिपो के अंदर लगभग 550 मीटर लंबे टेस्ट ट्रैक का निर्माण किया जाएगा। यहां मेनलाइन के समान सॉफ्टवेयर और सिग्नलिंग सेट-अप लागू किया जाएगा। इन कार्यों के 2026 के आरंभिक महीनों में पूर्ण होने के बाद ट्रेनों की टेस्टिंग शुरू कर दी जाएगी।
सिग्नलिंग प्रणाली के अंतर्गत डिपो में कुल 27 पॉइंट मशीनें स्थापित की जानी हैं, जिनका कार्य तेजी से प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त, 31 सिग्नल और 55 एक्सल काउंटर लगाने का कार्य भी आरंभ हो चुका है। ट्रेन रेडियो एक्सेस एंटीना की मार्किंग एवं फाउंडेशन का कार्य तथा सिग्नल इक्विपमेंट रूम का निर्माण भी जारी है।
