कासगंज: अतीक-अशरफ हत्याकांड...अरुण की करतूत से परिवार की खुशियों में खलल, नाराज हैं परिजन
बाबा के भाई बोले अरुण ने जैसा किया है वैसा भरेगा, मैं बेहद दुखी हूं
सोरोंजी, अमृत विचार। अतीक अहमद की हत्या में शामिल अरुण मौर्या के परिवार के लोग कहीं न कहीं दुखी नजर आए हैं। अरुण अपने बाबा मथुरा प्रसाद के पास पानीपत में रहता था जबकि बाबा के भाई कैलाश नोएडा में रहते हैं। वे अपनी बेटी की शादी गांव कादरबाड़ी में करने आए हैं, लेकिन उनका आरोप है कि पुलिस गांव में सामूहिक आयोजन करने से इंकार कर रही है। ऐसे में परिवार को खुशियों को खलल दिखाई दिया है तो काफी नाराजगी है। बाबा के भाई ने स्पष्ट कर दिया है कि वे अरुण से कोई संबंध नहीं रखना चाहते। उसने जैसा किया वैसा भरेगा, जमानत के लिए कोई पहल नहीं करेंगे।
अतीक अहमद एवं उसके भाई अशरफ की हत्या में सनी, लवलेश तिवारी के साथ सोरों कोतवाली क्षेत्र के गांव कादरबाड़ी निवासी अरुण मौर्या भी शामिल रहा। इस हत्या कांड के बाद अरुण के माता पिता और बहन घर से चले गए हैं। अभी तक वापस नहीं लौटे हैं। वैसे अरुण गांव में रहता ही नहीं था। दो साल पहले कुछ दिनों के लिए आया था। वह अपने बाबा मथुरा प्रसाद के साथ पानीपत में रहता था।
पूरा ही परिवार इस घटना के बाद गायब था, लेकिन अब गुरुवार की रात बाबा के भाई कैलाश नोएडा से गांव कादरबाड़ी पहुंच गए हैं। वे यहां अपनी बेटी की शादी करने आए हैं, लेकिन उनका आरोप है कि पुलिस ने गांव में सामूहिक कार्यक्रम करने से मना कर दिया है।
एक अप्रैल को सामूहिक भोज कार्यक्रम करना है और दो अप्रैल की शादी है। अब अरुण की यह करतूत खुशियों में खलल घोलती दिख रही है तो परिजन बेहद नाराज है। हालांकि उन्होंने निर्णय ले लिया है कि अब शादी गांव में नहीं करेंगे। बरेली जा कर आयोजन करेंगे, लेकिन अरुण को लेकर बेहद खफा हैं। कैलाश कहते हैं कि अरुण के बारे में उन्हें पता चला था कि उसकी संगत सही नहीं है इसलिए वह उससे संपर्क नहीं रखते थे। अब उसके लिए कोई पैरवी नहीं करेंगे। उसने जैसा किया है वह वैसा ही भरेगा।
गांव में पुलिस तैनात
अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद से गांव में कादरबाड़ी में पुलिस बल तैनात है। गांव में कड़ी निगरानी की जा रही है। जिससे कि कहीं कोई असुरक्षा का माहौल पैदा न हो। हालांकि पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि आयोजन के लिए मना नहीं किया है।
यदि परिवार के लोग कोई आयोजन कर रहे हैं तो वो कर सकते हैं। कोई समस्या की बात नहीं है। मामला अभी उनके संज्ञान में नहीं आया है। यह बात अलग है कि परिजन स्वत: ही गांव में शादी समारोह का आयोजन न कर कहीं और आयोजन करना चाहते हों - अजीत सिंह चौहान, सीओ सिटी।
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