मुरादाबाद : ललित कौशिक समेत प्रापर्टी के पांच कारोबारियों पर धोखाधड़ी का मुकदमा
नोएडा के रहने वाले रिटायर्ड कर्नल की पत्नी की तहरीर पर दर्ज हुआ केस
मुरादाबाद, अमृत विचार। भाजपा नेता व मूंढापांडे के पूर्व ब्लाक प्रमुख ललित कौशिक व उनके पांच साथी एक बार फिर कानून की गिरफ्त में फंस गए हैं। नोएडा के रहने वाले एक रिटायर्ड कर्नल की बीवी ने ललित कौशिक व उसके साथियों पर धोखाधड़ी, कूट रचित दस्तावेज के आधार पर संपत्ति हड़पने, बंधक बनाकर मारपीट करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। एसएसपी के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करते हुए मझोला पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
ग्रेडर नोएडा की रहने वाली माला कुमारी पत्नी कर्नल ध्रुव कुमार ने एसएसपी को तहरीर दी। बताया कि उनके पति की पुस्तैनी मकान व जमींन बुलन्दशहर सिटी में है। बुलन्दशहर में बैनामा लेखक का काम करने वाला सुनील कुमार गुप्ता उनके पति के संपर्क में आ गया। पति की पुश्तैनी जमीन बिकवाकर सुनील गुप्ता ने एक कंस्ट्रक्शन कम्पनी एसएल ग्रुप व एसोसिएट बनवाई। कंपनी का वह स्वयं मनोनीत संचालक बन गया। मार्च 2006 में पार्टनरशिप डीड के माध्यम से वह भी एक मुख्य पार्टनर बन गईं। कंपनी का आफिस एसएल टावर, अल्फा कमर्शियल बेल्ट, ग्रेटर नोएडा में है। कंपनी में वह 15 प्रतिशत की पार्टनर हैं।
21 मार्च 2006 को सुनील कुमार गुप्ता, लतेश गुप्ता, पल्लव अग्रवाल, सचिन कुमार, नाहर सिंह, दिलीप श्रीवास्तव, राकेश गुप्ता, योगेश, अनुराधा ने मिलकर एक डीड अनुबंध पत्र तैयार किया। इसके तहत उन्होंने अपना 15 प्रतिशत भाग यानि कि कुल 85 लाख रुपये चेक व ड्राफ्ट के जरिए उन्होंने कम्पनी के खाते में जमा किया। फर्म का मुख्य उददेश्य कंस्ट्रक्शन के कार्यों का ठेका लेना था। 24 मई 2006 को सुनील गुप्ता ने मुरादाबाद विकास प्राधिकरण 9,000 वर्ग मीटर का प्लाट कंपनी के नाम आवंटित कराया।
आवंटन के एवज में 56,76,407 रूपये का भुगतान कंपनी फंड से हुआ। प्लाट आवंटन के बाद सुनील कुमार गुप्ता ने कर्नल की बीवी को बगैर बताए उक्त प्लाट पर अपार्टमेंट बनाना व उसे बेचना शुरू कर दिया। महिला ने जब इस बावत पूछताछ की तो सुनील कुमार गुप्ता ने धमकी देना शुरू कर दिया। 26 नवंबर 2013 को एक अन्य पार्टनरशिप डीड बनाई गई। इसमें माला कुमारी के अलावा 12 अन्य व्यक्ति पार्टनर बनाये गए। पार्टनर में चन्द्रभान व अनिल तोमर का नाम शामिल है। जो भूमि वर्ष 2006 में 56,50,000 रूपये में खरीदी गई थी, उसका बाजारू भाव नए पार्टनर चन्द्रभान व अनिल तोमर को 10 करोड़ बताकर आधी जमीन का सौदा पांच करोड़ रुपये में कर दिया गया।
एक अप्रैल 2014 को सुनील कुमार गुप्ता ने एक अतिरिक्त पार्टनरशिप डीड तैयार की। माला कुमारी को आर्थिक क्षति पहुंचाने की नीयत से साजिश रची गई। इसके तहत 85,00,000 रुपये हड़पने की योजना सुनील गुप्ता ने बनाई। पार्टनरशिप डीड के नियम एवं शर्तों का उल्लंघन करते हुए आरोपी ने नये डीड में हिस्सेदार नहीं बनाया। तब पीड़िता व उनके पति ने सुनील कुमार गुप्ता से फर्म में लगाए गये अपने 85 लाख रूपये का हिसाब व इससे हुए फायदे का लेखाजोखा मांगा। तब आरोपी ने दंपति को सिर्फ मूल रकम 85 लाख रूपये ही वापस किया। प्लाट व अपार्टमेन्ट से हुआ लाभ देने से दो टूक इन्कार कर दिया। दबाव बनाने पर सुनील कुमार गुप्ता व उसके दूसरे पार्टनर चन्द्रभान पुत्र हरिराज निवासी मुरादाबाद दिल्ली रोड, ग्रीन आर्चड टालमटोल करने लगे। सुनील गुप्ता ने साजिश के तहत अपनी पत्नी लतेश गुप्ता व दोनों पुत्रो पल्लव कुमार और शशांक के साथ मिलकर एक अक्टूबर 2018 को एक फर्जी दस्तावेज तैयार किया।
इसमें ललित कौशिक पुत्र जगत शर्मा निवासी एमडीए कालोनी को भी पार्टनर बनाया गया। महिला को जब फर्जी दस्तावेज का पता चला कि वह अपने पति के साथ एक दिसंबर 2020 को मुरादाबाद पहुंची। तत्कालीन एएसपी अनिल कुमार यादवसे मिले। दिल्ली रोड पर ग्रीन आर्चिड के सामने चन्द्रभान, सुनील गुप्ता, पल्लव गुप्ता, शशांक गुप्ता व ललित कौशिक ने दोनों को घेर लिया। असलहों के बल पर दंपति को अगवा कर आरोपी नये मुरादाबाद में एक खाली मकान में ले गए। वहां चन्द्रभान, पल्लव, शशांक तथा ललित कौशिक ने महिला व उसके पति को धमकाया और कहा कि वह दोबारा यहां नहीं आएंगे। आरोपियों ने दंपति की पिटाई करते हुए उनके वाहन में तोड़फोड़ भी की। तहरीर के आधार पर मझोला पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
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