बरेली: एलाइंस बिल्डर के खिलाफ बड़ा एक्शन, कार्यालय और पेट्रोल पंप पर की जब्तीकरण की कार्रवाई

Amrit Vichar Network
Published By Vikas Babu
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बरेली, अमृत विचार। एलायंस बिल्डर की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। भूमाफिया घोषित होने के बाद सोमवार को उस के खिलाफ सीलिंग की कार्रवाई की गई थी। आज दूसरे दिन भी उनकी संपत्ति पर जब्तीकरण की कार्रवाई की गई है, जिसमें पेट्रोल पंप शामिल है।

संगठित होकर आर्थिक एवं भौतिक लाभ के लिए सरकारी एवं आमजन की भूमि पर जबरन कब्जा कर उस पर प्लाटिंग करने में एलायंस बिल्डर के निदेशकों भूमाफिया रमनदीप सिंह, अमनदीप सिंह, अरविंदर सिंह, हनी कुमार भाटिया, युवराज सिंह व सतवीर सिंह पर शिकंजा कसता जा रहा है। 35.11 करोड़ के बाद बीते रविवार को आरोपियो की 89.44 करोड़ की संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया गया था, सोमवार को पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में यह कार्रवाई की गई थी।

इसके बाद आज फिर पुलिस प्रशासन ने एलायंस बिल्डर्स के निदेशक रमनदीप सिंह, अमनदीप सिंह, अरविंदर सिंह आदि के महानगर कॉलोनी स्थित कार्यालय, व्यवसायिक भवन, लाँन, पेट्रोल पंप, खाली भूमि की जब्तीकरण की कार्रवाई की गई है। पुलिस की रिपोर्ट पर गैंगस्टर एक्ट में डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने आरोपितों के विरुद्ध यह कार्रवाई की है। एसडीएम सदर को संबंधित संपत्तियों का प्रशासक नियुक्त किया गया है। अब प्रशासन की टीम पुलिस की मौजूदगी में मुनादी कराकर संबंधित संपत्तियों को जब्त किया गया।

13 नवंबर 2022 को बीडीए के अवर अभियंता रमन कुमार ने इज्जतनगर की बिहारमान नगला की सीलिंग की जमीन बेचने के मामले में 17 के विरुद्ध प्राथमिकी लिखाई थी। प्राथमिकी में जसवीर, जगदीश प्रसाद, भगवान दास, सुखपाल, सुंदर देवी, सतवीर सिंह, रामदास, अमर सिंह, सर्वेश कुमार, आशीष इंटरप्राइजेज पार्टनर राजीव कुमार, धर्मेंद्र सिंह, शालिनी यादव, जुल्फिकार अहमद, सलीम अहमद, बबीता गिरी, दलविंदर व हनी कुमार भाटिया नामजद हुए। 

इससे पहले डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने एलायंस बिल्डर्स के निदेशक रमनदीप सिंह, अमनदीप सिंह, सर्वेश कुमार, दलविंदर सिंह, हनी कुमार भाटिया, जुल्फिकार अहमद व सलीम को भूमाफिया घोषित कर चुके थे। विवेचना में पुलिस ने एलायंस के निदेशकों रमनदीप सिंह, अमनदीप सिंह, अरविंदर सिंह, युवराज सिंह का नाम खोला। चार्जशीट के बाद गैंगस्टर की कार्रवाई हुई। गैंगस्टर मामले में भी चार्जशीट लगी। उसकी आधार पर संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई हुई। पहले चरण में आरोपितों की चार कोठियां व ट्यूलिप टावर में स्थित चारों पर प्रशासन ने कब्जा ले लिया।

इन संपत्तियों की कीमत 35.11 करोड़ आंकी गई थी। इसके बाद दूसरे चरण में 89.44 करोड़ की संपत्ति चिह्नित की गई। 25 अप्रैल को आरोपितों का भूमाफिया गिरोह जिला स्तर पर पंजीकृत कर लिया गया । इधर, डीएम ने आरोपितों की चिह्नित 89.44 करोड़ की संपत्ति जब्तीकरण के आदेश दिए थे। जिसके बाद आज महानगर कॉलोनी स्थित कार्यालय, व्यवसायिक भवन, लाँन, बैंक, पेट्रोल पंप, खाली भूमि जब्तकरण की कार्रवाई की है।

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