हल्द्वानी: मां की चिता को अग्नि देने जेल से 6 घंटे की पैरोल पर बाहर आया हत्यारोपी बेटा
हल्द्वानी, अमृत विचार। गुरुवार रात हैड़ागज्जर गोरापड़ाव बरेली रोड में रहने वाली नंदी देवी (48) पत्नी स्व.उमेश सम्मल का बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। शुक्रवार को महिला का इकलौते बेटे नीरज को मां की चिता को मुखाग्नि देने के लिए अदालत ने 6 घंटे की पैरोल दी। जिसके बाद पुलिस अभिरक्षा के बीच नीरज ने चित्रशिला घाट पर मां का अंतिम संस्कार किया।
पुलिस ने शुक्रवार को दोपहर बाद नंदी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द किया गया। इधर, तीन बहनों रानी, सुनीता और ममता में अकेले भाई नीरज को मां नंदी का अंतिम संस्कार करना था। इसके लिए अदालत ने पैरोल मांगी गई।
अदालत ने 6 घंटे की पैरोल मंजूर की। दोपहर पोस्टमार्टम के बाद नंदी के शव को अंतिम संस्कार के लिए चित्रशिला घाट ले जाया गया। जहां पुलिस अभिरक्षा में नीरज ने मां की चिता को मुखाग्नि दी। बता दें कि नीरज पर करीब 8 माह पहले साथियों के साथ मिलकर आईटीआई गैंग के सरगना नीरज की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप है। ये मामला न्यायालय में विचाराधीन है।
