कई थे दावेदार, अध्यक्ष पद के लिए सुधा का नाम आते ही हटे पीछे 

Amrit Vichar Network
Published By Jagat Mishra
On

नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए भाजपा जिलाध्यक्ष की पत्नी के नाम पर सभी हुए एकजुट

बहराइच, अमृत विचार। जिले में नगर निकाय चुनाव से पूर्व नगरपालिका बहराइच से कई संभावित उम्मीदवार थे। लेकिन भाजपा जिलाध्यक्ष की पत्नी का नाम आते ही सभी ने पैर पीछे खींच लिए और एकजुटता दिखाते हुए भाजपा प्रत्याशी को जीत दिला दी।

बहराइच नगर पालिका सीट पर 10 वर्ष से निर्दलीय प्रत्याशी का कब्जा था। जबकि इससे पूर्व सपा से तेजे खां नगर पालिका अध्यक्ष बने थे। इस बार नगरपालिका सीट का परिसीमन होने से भारतीय जनता पार्टी की ओर से कई संभावित दावेदार चुनाव मैदान में आ गए थे। इनमें एक नाम गल्ला उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री रितेश गुप्ता का प्रमुख था। रितेश गुप्ता द्वारा नगर क्षेत्र में जोर-शोर से प्रचार प्रसार भी शुरू कर दिया गया था, जगह-जगह बैनर पोस्टर लगे हुए थे। इसके अलावा भाजपा सीट से ही एकता जायसवाल, हेमा निगम और अजय शर्मा भी टिकट दावेदारों में शामिल थे। 

15 (6)

लेकिन भारतीय जनता पार्टी हाईकमान की ओर से चुनाव से एक हफ्ता पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष श्याम करण की पत्नी सुधा देवी को नगर पालिका का प्रत्याशी बना दिया गया। इससे चुनाव मैदान में आए संभावित उम्मीदवारो ने अपने पैर पीछे खींच लिए। भाजपा जिला अध्यक्ष की पत्नी को जिताने के लिए सभी ने एकजुटता से मेहनत शुरू कर दी। व्यापार मंडल के महामंत्री और युवा समाजसेवी रितेश गुप्ता ने बताया कि व्यापारी वर्ग से ही सुधा देवी भाजपा की ओर से प्रत्याशी बनाई गई वह हम सभी के अभिभावक थी। इसलिए हम सभी ने अपने पैर पीछे खींच लिए। साथ ही भाजपा प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए व्यापारियों के साथ हर वर्ग ने मिलकर सहयोग किया जिससे भाजपा को जीत मिली।

शहर में छा गए थे पोस्टर
उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री रितेश गुप्ता की व्यापारी वर्ग की ओर दावेदारी दिख रही थी। पूर्ण नगर क्षेत्र में बैनर और पोस्टर भी लगवा दिए थे। जिस पर लाखों रुपए खर्च हो गए थे। लेकिन जिलाध्यक्ष की पत्नी का नाम आते ही उन्होंने आवेदन वापस ले लिया।

ये भी पढ़ें -  प्रयागराज में गैंगस्टर बच्चा पासी ने बहन की जीत के बाद निकाला जुलूस, नियमों की उड़ाई धज्जियां

संबंधित समाचार