हल्द्वानी: नंदी हत्याकांड - मनोज के बीड़ी मांगने पर नंदी ने दे दी गाली...बस यही बात उसे चुभ गई और...
2 दिन बाद नंदी हत्याकांड का खुलासा, गौला का मजदूर निकला हत्यारा
हल्द्वानी, अमृत विचार। 12 दिन बाद नंदी हत्याकांड का खुलासा हो गया। वारदात के पीछे गौला के एक मजदूर का हाथ था। उधार बीड़ी का बंडल लेने गए मजदूर को नंदी ने काफी खरी-खोटी सुनाई थी और तभी उसने नंदी को मौत की नींद सुलाने का फैसला कर लिया था। पुलिस ने मय आलाकत्ल के हत्यारोपी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
हैड़ागज्जर गोरापड़ाव निवासी नंदी देवी (48) की लाश उसी के घर के बाथरूम में बीती 5 मई की दोपहर उसके दामाद रोहित मेहरा ने देखी थी। बुधवार को पुलिस बहुउद्देशीय भवन में मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया, नंदी के घर के पास गौला में मजदूरी करने वाला मनोज पुरी पुत्र शंकर किराए पर रहता था।
शंकर मूल रूप से हररपुर मटकली नवाबगंज हाफिजगंज बरेली उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। बीती 4 मई की रात मनोज नशे की हालत में नंदी की दुकान पहुंचा और खुले पैसे न होने पर बीड़ी का बंडल उधार मांगा। आरोपी के बयान के अनुसार नंदी ने उसे बीड़ी नहीं दी और गालियां दी। इस पर मनोज अपने कमरे में लौट आया और उसने नंदी की हत्या व लूट की योजना भी बना डाली।
रात तकरीबन ढाई बजे मनोज हथौड़ा कमर में छिपाकर जंगल के रास्ते नंदी के घर के बाहर पहुंच गया। यहां एक पेड़ की ओट में वह नंदी के बाहर आने का इंतजार करने लगा। करीब आधे घंटे बाद नंदी का दरवाजा खुलने की आहट हुई। इतने में मनोज दीवार फांदकर दरवाजे पर पहुंच गया। नंदी ने दरवाजा खोलकर जैसे ही पर्दा हटाया तो सामने मनोज खड़ा था। वह चोर-चोर कहकर चीख पड़ी और इतने में मनोज ने उसके सिर पर हथौड़े के ताबड़तोड़ वार कर दिए।
लहूलुहान, लेकिन जिंदा हालत में नंदी जमीन पर गिर पड़ी। फिर मनोज ने उसी के दुपट्टे से उसका गला घोंटा और दुपट्टे से खींच कर बाथरूम तक ले गया। नंदी जिंदा न बचे, इसलिए उसने नंदी का मुंह भी पानी के टब में डुबाया। फिर उसने नंदी का कमरा खंगाला, लेकिन हाथ सिर्फ 60 रुपए लगे। रुपए, नंदी का बैग और मोबाइल लेकर वह फरार हो गया, लेकिन घर छोड़ कर नहीं भागा।
अगले दिन वह गौला में मजूदरी के लिए चला गया। नशे व जुए का शौकीन मनोज 6 मई को जुए की फड़ पर बैठ गया और वहीं एक जुआरी को 500 रुपए में मोबाइल गिरवी रख दिया। पड़ताल में जुटी पुलिस जुआरियों तक पहुंची तो नंदी का मोबाइल हाथ लग गया और हत्यारोपी का सुराग लग गया। पुलिस ने आरोपी को उसके किराए के कमरे से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से हत्या में इस्तेमाल हथौड़ा, सूटकेस और कुछ दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
मैनुअल पुलिसिंग से हुआ खुलासा, टीम को 5 हजार का इनाम
हल्द्वानी : सर्विलांस और सीसीटीवी पर निर्भर पुलिस ने अर्से बाद मैनुअल पुलिसिंग की। वक्त लगा, लेकिन सही अपराधी सलाखों के पीछे पहुंच गया। एसएसपी ने गुडवर्क करने वाली टीम को 5 हजार रुपए इनाम की घोषणा की है। पुलिस टीम में कोतवाल हरेन्द्र चौधरी, बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी, काठगोदाम थानाध्यक्ष प्रमोद पाठक, कालाढूंगी थानाध्यक्ष नन्दन सिंह रावत, एसएसआई विजय मेहता, एसओजी प्रभारी राजवीर सिंह नेगी, राजपुर चौकी प्रभारी दिनेश जोशी, मंगलपड़ाव चौकी प्रभारी जगदीप नेगी, मंडी चौकी प्रभारी गुलाब सिंह, टीपीनगर चौकी प्रभारी पंकज जोशी, एसओजी से हे.का. कुन्दन कठायत, त्रिलोक रौतेला, इसरार नवी, का. अशोक रावत, अनिल गिरी व कां. अरुण रौठोर, बंशीधर जोशी, अनिल टम्टा, घनश्याम सिंह रौतेला थे।
