रामपुर : विधायक रहते अब्दुल्ला आजम खर्च नहीं कर सके तीन करोड़

स्वार विधानसभा क्षेत्र के नवनिर्वाचित विधायक को जल्द डेढ़ करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद, बहुत जल्द तीन करोड़ रुपये से स्वार के विकास को लग सकेंगे पंख,अब शफीक देंगे विकास के प्रस्ताव

रामपुर : विधायक रहते अब्दुल्ला आजम खर्च नहीं कर सके तीन करोड़

रामपुर, अमृत विचार। पूर्व मंत्री आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम को 15 साल पुराने छजलैट प्रकरण में दो साल की सजा होने के बाद विधायकी चली गई। विधायकी जाने की वजह से अब्दुल्ला अपनी विधायक निधि के तीन करोड़ रुपये खर्च ही नहीं कर सके । इस विधायक निधि को अब अपना दल एस से विधायक चुने गए शफीक अहमद अंसारी खर्च कर सकेंगे। शफीक विकास के प्रस्ताव देंगे तो यह रकम स्वार क्षेत्र के विकास में लगेगी। फिलहाल शफीक अंसारी के लिए विधायक निधि की किस्त नहीं मिली है, उन्हें भी डेढ़ करोड़ की निधि जल्द मिलेगी। 
 
अब्दुल्ला की विधायकी जाने के बाद स्वार विधानसभा की सीट रिक्त हो गई थी। 10 मई को स्वार उपचुनाव में शफीक अहमद अंसारी विजयी हो गए। 16 मई को स्वार के नवनिर्वाचित विधायक शफीक अंसारी को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने शपथ दिला दी है। नवनिर्वाचित विधायक शफीक अहमद अंसारी की विधायक निधि शून्य है लेकिन वह वर्ष 2022 में अब्दुल्ला की विधायक निधि तीन करोड़ को विकास कार्यो पर खर्च कर सकेंगे। विधायक निधि में विकास कार्यों पर खर्च करने के लिए तीन करोड़ रुपये दो किश्तों में आते हैं। लेकिन अभी शफीक अंसारी की विधायक निधि जारी नहीं हुई है। जबकि अन्य विधायकों की निधि में डेढ़-डेढ़ करोड़ रुपये पहुंच गए हैं।  

2017 का चुनाव शून्य होने से ढाई करोड़ हुए थे वापस
अब्दुल्ला 2017 में पहली बार विधायक बने थे। इसके बाद अब्दुल्ला के प्रतिद्वंदी नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां ने हाईकोर्ट में रिट दाखिल करके अब्दुल्ला के जन्म प्रमाण पत्र को फर्जी बताते हुए विधायकी शू्न्य घोषित करने की मांग की थी। हाईकोर्ट ने 2019 में अब्दुल्ला की विधायकी रद कर दी थी, बाद में सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पर मुहर लगा दी थी। 2019 में विधायकी जाने के बाद अब्दुल्ला की निधि में पड़ी ढाई करोड़ की राशि वापस हो गई थी। 

नवनिर्वाचित विधायक के खाते में विधायक निधि नहीं आई है। हालांकि, वह वर्ष 2022-23 में अब्दुल्ला आजम की विधायक निधि में आए तीन करोड़ का इस्तेमाल विकास कार्यों पर सकेंगे। इससे पहले वर्ष 2017 में अब्दुल्ला के खाते में आए विधायक निधि के ढाई करोड़ रुपये वापस हो गए थे। नव निर्वाचित विधायक ने शपथ ले ली है और शीघ्र ही उनके खाते में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए विधायक निधि की पहली किश्त डेढ़ करोड़ आ जाएंगे।अश्विनी कुमार मिश्रा, जिला विकास अधिकारी

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