संविधान बना है तो निरस्त भी हो सकता है : निश्चलानंद सरस्वती

संविधान बना है तो निरस्त भी हो सकता है : निश्चलानंद सरस्वती

अमृत विचार, प्रयागराज । बागेश्वर धाम सरकार के हिंदू राष्ट्र के बयान को लेकर इन दिनों जहां बिहार में सियासी कोहराम मचा हुआ है। तो वहीं प्रयागराज प्रवास पर पहुंचे पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने हिंदू राष्ट्र को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि संविधान बना है तो वह निरस्त भी हो सकता है। कई बार संविधान में संशोधन भी हुए हैं। उन्होंने कहा है कि हम संविधान का ना अनुसरण करते हैं और ना ही उसका विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए संवाहक लगे हैं और आधारशिला भी बन रही है। वहीं बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र के बयान को कुछ राजनीतिक दलों द्वारा संविधान विरोधी बताए जाने को लेकर कहा है कि 18 माह पहले हमने भारत को वृहद एवं भव्य हिंदू राष्ट्र बनाने की जो बात कही थी उसी की सभी नकल कर रहे हैं।

उन्होंने बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री और उनके गुरु रामभद्राचार्य पर भाजपा के प्रचारक के रूप में कार्य करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रमों में जुटने वाली भारी भीड़ को लेकर कहा है कि जो जादू टोना की बात करेगा भीड़ उसके पास अपने आप जाएगी। पुरी पीठ के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि संतों को राजनीतिक पार्टियों का प्रचार नहीं करना चाहिए। उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री को लेकर कहा है कि धीरेंद्र शास्त्री की उम्र अभी 25-26 वर्ष के आस पास है। क्या पता कि भविष्य में वह गृहस्थ आश्रम में चले जाएं। उन्होंने अपनी बात के समर्थन में कहा है कि मैं भी हिन्दू राष्ट्र को लेकर बोलता हूं लेकिन कोई राजनीतिक दल कभी मेरा विरोध नहीं करता है।

वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ के माफियाओं पर अंकुश लगाने और माफिया अतीक अहमद व अशरफ हत्याकांड को लेकर कहा है कि सीएम योगी कई वर्षों से उनके परिचित हैं। उन्होंने कहा कि सीएम योगी खाऊ और बिकाऊ नहीं हैं। वे सूझबूझ से काम लेते हैं। उनके अंदर ताकत है और अंकन करने की क्षमता है। पुरी पीठ के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने कहा है कि जो काम करेगा उस पर लोग सवाल भी उठाएंगे। उन्होंने कहा है कि टिप्पणी तो भगवान राम के ऊपर भी होती रही है। लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ बेहतर कार्य कर रहे हैं।

वहीं अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण जल्द पूरा होने और नये साल में गर्भ गृह के श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए खोले जाने के सवाल पर कहा है कि अगर मैं पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव की बात मान लेता और हस्ताक्षर कर देता तो मंदिर उनके कार्यकाल में ही बनना शुरू हो जाता। उन्होंने कहा कि मंदिर का निर्माण होना अच्छी बात है। लेकिन अयोध्या के रौनाही में 5 एकड़ में जिस तरह से आलीशान मस्जिद का निर्माण हो रहा है यह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि इसी की तर्ज पर अब काशी और मथुरा में भी मस्जिदों के निर्माण की मुस्लिम समाज मांग करेगा। इसलिए अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण पर कतई खुश होने की जरूरत नहीं है।

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