अयोध्या: बिजली का हाहाकारी संकट, पानी की किल्लत बरकरार, जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित
छह सुपरवाइजर के नेतृत्व में टीमें मोहल्लों में जलापूर्ति के लिए हैं जुटी
अयोध्या/अमृत विचार। भीषण गर्मी में जलापूर्ति संकट झेल रही 25 हजार की आबादी अब बिजली किल्लत की भी गिरफ्त में आ गई है। बिजली - पानी के अभूतपूर्व संकट का सामना कर रहे लोगों को दो पल का चैन भी नहीं मयस्सर है। तीन दिनों से जलापूर्ति को लेकर मची त्राहि-त्राहि के बाद गुरुवार देर रात से गुल बिजली ने चौतरफा हाहाकार मचा दिया है। इन सबके बाद भी जिला प्रशासन के जिम्मेदार अफसरों की नींद नहीं टूट रही है।
जलापूर्ति को लेकर हल्ला गोहार के बाद गुरुवार शाम से नगर निगम के जलकल विभाग की ओर से टीमें उतार कर टूटी पाइप लाइनों की मरम्मत का काम जरूर शुरू किया गया है। कुछ क्षेत्रों में जलापूर्ति बहाल भी हो गई है लेकिन अभी सुचारु रूप से पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इसी बीच दर्शननगर से अमानीगंज तक आई 33 हजार केवी लाइन में ब्रेक डाउन आ जाने से अमानीगंज और चौक उपकेन्द्रों से जुड़े इलाकों में बिजली आपूर्ति तक ठप हो गई है।
दोपहर तक चौक, गुदड़ीबाजार से लेकर अंगूरीबाग तेलीटोला, रीडगंज, नहरबाग इलाके में आपूर्ति बहाल नहीं हुई है। जिसके चलते लोगों को दोहरा संकट झेलना पड़ रहा है। भीषण गर्मी में घरों में बेहद बुरी स्थिति हो गई है। अधिकतर घरों में इनवर्टर तक बोल गए हैं। नहरबाग के मोहम्मद राशिद, जुनेद अहमद, पंकज दूबे, अशोक मिश्रा ने बताया कि तीन दिन से जलापूर्ति संकट के बाद बिजली की किल्लत शुरू हो गई है।
इन हालातों में आदमी न घर का हो पा रहा है न आफिस और कार्यस्थल का। सुबह से पूरी दिनचर्या प्रभावित हो गई है। गृहणी संगीता साहू, अनिता तिवारी और शफीका खातून कहती हैं कि जीवन में ऐसी तकलीफ नहीं सही। बिजली न पानी अजब हाल में जी रहे हैं। जैसे तैसे खाना बन रहा है रोज बर्तनों के ढेर लग रहे हैं। पानी न आने के कारण महरिन ने भी आना बंद कर दिया है। यदि ऐसा ही रहा तो नाते रिश्तेदारों के यहां ठौर लेनी पड़ेगी।
बिजली पानी के संकट को लेकर हाल यह है कि गुरुवार को प्रदर्शन व जाम के बाद अंगूरीबाग के लोगों ने नागरिक संघर्ष समिति के गठन पर काम शुरू कर दिया है। इसे लेकर जुटने वाले अशोक कुमार जायसवाल ने बताया कि रविवार को क्षेत्र के सभी लोगों की बैठक अंगूरीबाग प्राथमिक विद्यालय में बुलाई गई है। वही विचार विमर्श के बाद समिति बनाई जायेगी। उन्होंने कहा कि ऐसे नहीं चलेगा अब सबको एक साथ आना होगा।
प्रभावित इलाकों में बढ़ी पानी डिब्बा की सप्लाई, बीस की जगह तीस वसूली
आपदा में व्यवसायिक लोग अवसर भी तलाश लेतें हैं। प्रभावित इलाकों में डिब्बे वाली पानी की सप्लाई बढ़ गई है। नहरबाग पंजाबी कालोनी के मोहम्मद अहमद ने बताया कि दो दिन पहले उन्होंने केन लेना शुरू किया है। बीस रुपये के बजाए तीस रुपये में दे रहा है। पूछने पर बताया कि डिमांड अधिक है इसलिए ऐसा किया गया है। अंगूरीबाग के चन्द्रभान सिंह ने बताया कि मजबूरी में लोगों ने डिब्बे वाला पानी लेने शुरू कर दिया है। आजकल एक घर में दो केन पानी की खपत हो गई है। लोगों को मजबूरी में जेब भी हल्की करनी पड़ रही है।
बिजली और पानी के संकट से प्रभावित इलाके
बिजली और पानी के दोहरे संकट ने जनजीवन बेहाल कर दिया है। प्रभावित इलाकों में अंगूरीबाग, तरंग रोड, नहरबाग, तेलीटोला, मुकेरी टोला, खवासपुरा, साहबगंज, रीडगंज, अमानीगंज, साहबगंज अभी भी चपेट में हैं। हालांकि बिजली विभाग का दावा है कि शीघ्र आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।
दर्शननगर से आई 33 हजार केवी लाइन में फाल्ट से आपूर्ति बाधित है। युध्दस्तर पर फाल्ट दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। कुछ इलाकों में दोपहर आपूर्ति चालू की गई लेकिन ट्रिपिंग के कारण बंद करनी पड़ी...नरेश जायसवाल, अवर अभियंता, चौक विघुत उपकेंद्र।
जलापूर्ति बहाली के लिए छह सुपरवाइजरों के नेतृत्व में टीमें प्रभावित इलाकों में लगाई गईं हैं। खोदाई के कारण पाइप लाइनें मिट्टी में दब गई हैं इसलिए समय लग रहा है। रामपथ निर्माण की कार्यदायी संस्था का सहयोग नहीं मिल रहा है ... अनूप सिंह, अधिशासी अभियन्ता, जलकल नगर निगम, अयोध्या।
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