केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी को राष्ट्र से अधिक अपनी चिंता है: कांग्रेस 

Amrit Vichar Network
Published By Ashpreet
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तिरुवनंतपुरम। कांग्रेस की केरल इकाई ने रविवार को आरोप लगाया कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी सबकुछ से ऊपर राष्ट्र को रखते थे जबकि उसके विपरीत केंद्र की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को देश से अधिक खुद की अधिक चिंता रहती है।

यह विचार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने राजीव गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर सामने रखा। एंटनी ने कहा, जब वह (राजीव गांधी) देश के प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने देश को पार्टी हित से ऊपर रखा। हालांकि केंद्र में सत्तारूढ़ वर्तमान पार्टी (भाजपा) को देश से अधिक अपनी चिंता है।

उन्होंने यहां इंदिरा भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में आरोप लगाया, भले देश जल रहा हो, भले ही सांप्रदायिक दंगे हो रहे हों या किसी अन्य तरह की अशांति हो लेकिन उन्हें किसी बात की चिंता नहीं है। उन्हें बस यह सुनिश्चित करने की फिक्र है कि वह सत्ता में बने रहें। उन्होंने दावा किया कि जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने पंजाब, असम और मिजोरम में कांग्रेस की सत्ता की कीमत पर शांति सुनिश्चित की।

एंटनी ने यह भी दावा किया कि भारत में महिला सशक्तीकरण का श्रेय दिवंगत प्रधानमंत्री (राजीव गांधी) को जाता है। उन्होंने कहा,  प्रधानमंत्री के तौर पर उनके निर्णय दलितों एवं आदिवासियों के राजनीतिक सशक्तीकरण के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि यदि राजीव गांधी की असमय मृत्यु नहीं हुई होती और प्रधानमंत्री के रूप में उनका दूसरा कार्यकाल होता तो देश की रूपरेखा बदल गयी होती।

केरल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद के. सुधाकरण ने आरोप लगाया कि तत्कालीन सरकार ने राजीव गांधी के जीवन पर खतरा मंडराने की जानकारी होने के बाद भी उन्हें मिली एसपीजी सुरक्षा हटा दी थी। उन्होंने कहा, वर्तमान सरकार ने सोनिया गांधी, उनके बेटे राहुल गांधी और बेटी प्रियंका की एसपीजी सुरक्षा हटा दी है।

यदि कोई ऐसा है जिसे एसपीजी सुरक्षा की जरूरत है तो वह वे हैं। कोई उनकी एसपीजी सुरक्षा हटाने के कारण को लेकर अनुमान ही लगा सकता है। राजीव गांधी 1984 और 1989 के बीच भारत के प्रधानमंत्री रहे। उनकी 1991 में तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में एक चुनाव प्रचार अभियान के दौरान लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) के सदस्यों ने हत्या कर दी थी। 

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