बरेली: बैंकों ने नहीं दिया कर्ज, वन स्टाप शॉप खोलने की राह हुई मुश्किल

कृषि विभाग ने पिछले साल 13 लोगों को दिया था लाइसेंस

बरेली: बैंकों ने नहीं दिया कर्ज, वन स्टाप शॉप खोलने की राह हुई मुश्किल

बरेली, अमृत विचार। बैंकों से कर्ज न मिलने के कारण ब्लॉकों में वन स्टाप शॉप खोलने की राह मुश्किल होती जा रही है, मगर नए वित्तीय में लक्ष्य मिलने के बाद कृषि विभाग ने इस दिशा नए सिरे से तैयारी शुरू कर दी है।

अफसरों के मुताबिक किसानों को एक छत के नीचे बीज, खाद, कृषि उपकरण, कृषि रसायन की सुविधा मिल सके, इसके लिए पिछले साल प्रशिक्षित कृषि उद्यमी स्वावलंबन योजना के तहत शासन ने जिले के 15 विकास खंडों से एक-एक अभ्यर्थी को योजना का लाभ देने का लक्ष्य दिया था। इसमें स्नातक की पढ़ाई और 40 वर्ष आयु वालों को मौका दिया था।

मझगवां ब्लाक को छोड़कर 14 आवेदन आए थे। जांच के बाद इनमें 13 को बीज आदि बिक्री करने के लाइसेंस दिला दिए गए, मगर सात लोगों का अब तक बैंक से लोन नहीं मिल पाया। वहीं, इस वित्तीय वर्ष के लिए फिर से सभी ब्लाकों में एक-एक वन स्टाप शॉप स्थापित करने का लक्ष्य मिला है। इच्छुक अभ्यर्थियों से आवेदन मांगे जा रहे हैं।

उप कृषि निदेशक डाॅ. दीदार सिंह का कहना है कि गत वर्ष 13 लोगों को लाइसेंस दिए गए थे। इनमें अधिकांश को बैंक से कर्ज नहीं मिल सका। जबकि बैंक से जुड़ी हर बैठक में इस मुद्दों को उठाया जाता रहा है।

5 लाख बैंक से कर्ज का है प्रावधान
वन स्टाप शॉप खोलने में 6 लाख रुपये की लागत आती है। इसमें एक लाख रुपये लाभार्थी को खुद से लगाना होता है, जबकि पांच लाख रुपये का कर्ज बैंक से देने का प्रावधान है। अधिकारियों के मुताबिक कर्ज पर लगने वाले ब्याज पर सरकार 42 हजार रुपये का अनुदान देने के साथ ही एक साल तक दुकान का किराया (अधिकतम एक हजार रुपये) का भी भुगतान करती है। योजना में चयनित दुकानदार वहां पर खेती से जुड़ी अन्य सामानों की भी बिक्री कर सकते हैं।

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