मुरादाबाद-हापुड़ के बीच छह लेन की सड़क निर्माण की बाधा दूर, तेज गति से फर्राटा भरेंगे वाहन

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Published By Bhawna
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वाइल्ड लाइफ क्षेत्र की 11 किमी दूरी वाला भू-भाग देने को तैयार, साल 2024 तक दिल्ली तक की यात्रा में लोगों को और होगी राहत

आशुतोष मिश्र, अमृत विचार। मुरादाबाद से दिल्ली की यात्रा करने वाले और इतरा सकते हैं। यहां से हापुड़ के बीच छह लेन वाले हाई-वे निर्माण की बड़ी बाधा दूर हो गयी है। वाइल्ड लाइफ ने 11 किलोमीटर के प्रतिबंधित क्षेत्र को हाई-वे निर्माण में देने का निर्णय ले लिया है। ऐसे में सब कुछ सामान्य रहा तो यह परियोजना साल 2024 तक पूरी हो जाएगी। एनएचएआई का मानक बताता है कि एक लेन का मतलब होता है 3.5 मीटर चौड़ाई। यानी दिल्ली दिशा की ओर जाने वाले वाहनों को 10.5 मीटर चौड़ा हाईवे मिलेगा।

सर्विस लेन, ट्रक लेन और कस्बा क्षेत्र में हल्के वाहनों के लिए सड़क अलग रहती है। अभी रूट के 11 किलोमीटर में चार लेन ही हैं। ब्रजघाट के पास तो इससे भी कम है। सूत्रों की मानें तो हापुड़ के गांवों की भूमि हस्तांतरित करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। दो गांव के लोगों ने प्राधिकरण को अपनी अलग परेशानी बताई है। मुरादाबाद से हापुड़ तक करीब 104 किलोमीटर हाईवे का छह लेन निर्माण हो रहा है। जिसमें हापुड़ निजामपुर से ततारपुर बाईपास भी शामिल है। ततारपुर से बक्सर तक बाईपास का निर्माण भी शामिल है। उधर, हाईवे की बात करें तो गजरौला और ब्रजघाट के बीच में सड़क का काम अभी अधूरा है। अब तक हापुड़ के ग्रामीण क्षेत्रों में पड़ी सरकारी भूमि भी निर्माण में बाधक थी।

एनएचएआई ने हापुड़ जिला प्रशासन को भेजे गए पत्र में गांव चितौली, इम्टौरी, ततारपुर, सिमरौली, अल्लाहबख्शपुर, बाबूगढ़, बछलौता, उपैड़ा, शाहपुर जट्ट, फतहपुर, सिखैड़ा मुरादाबाद, फरीदपुर सिंभावली, मोहम्मदपुर खुड़लिया, बक्सर, वैट, सरूरपुर, अठसैनी, बदरखा, बांगर के कई गाटा संख्याओं की 8.6422 हेक्टेयर भूमि को हाईवे के जद में बताया है। जाम, डिवाइडरों के वैध-अवैध कट के खतरों से निजात के साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की यात्रा सुलभ करने के लिए मुरादाबाद-हापुड़ की सड़क को सिक्सलेन में तब्दील करने का कार्य चल रहा है। वर्ष 2019 में इस कार्य की शुरुआत हुई थी। वर्ष 2021 में इसे पूरा करना था। लगभग 3,000 करोड़ की लागत से सड़क का विस्तार होना है। इसके दायरे में मुरादाबाद, अमरोहा व हापुड़ जिले की सीमा आती है।

मुरादाबाद-हापुड़ के बीच टू-वे साइड अमेनिटीज
हाईवे पर टू-वे साइड अमेनिटीज भी बनाए जाएंगे। ब्रजघाट-गजरौला के बीच इसे बनाए जाने की संभावना है। टू-वे साइड अमेनिटीज का मतलब हाई-वे के किनारे पर यात्रियों को लंबे सफर से आराम की सुविधा उपलब्ध कराना है। ऐसे स्थानों पर लोगों के खाने पीने, ठहरने आदि की बेहतर व्यवस्था होगी। बड़े एक्सप्रेस-वे पर ऐसी सुविधाएं हैं। उदाहरण के लिए आगरा-जयपुर हाईवे को ले सकते हैं।

निर्माण होने के बाद तेज गति से फर्राटा भरेंगे वाहन
अधिकांश क्षेत्र में इस सड़क का निर्माण पूरा हो चुका है। एनएचएआई ने उसे फिलहाल ट्रायल के लिए खोल दिया है। एनएच-9 के मुरादाबाद से हापुड़ तक बनने के बाद अधिकारियों का दावा है कि यदि 100 किलोमीटर की रफ्तार से वाहन आसानी से चल सकेंगे। वैसे तो अभी भी कुछ वाहन इस मानक का लाभ पा जा रहे हैं। लेकिन, जिम्मेदार मानते हैं कि निर्माण पूरा होने से मुरादाबाद से हापुड़ की दूरी 50 मिनट में भी पूरी हो सकेगी।

11 किलोमीटर सड़क का निर्माण अभी बाकी है। इस कार्य में भूमि संबंधी दिक्कत का निदान हो गया है। वन विभाग क्षेत्र की जमीन देने को राजी हो गया है। जबकि विभाग ने दूसरे हिस्से में सड़क का विस्तार किया है। क्षेत्र के दो गांव के किसानों की उस पर अलग प्रतिक्रिया है। लेकिन, वाइल्ड लाइफ की सहमति से यह संकट भी दूर हो गया है। एक साल में निर्माण पूरा हो जाएगा।-अनुज कुमार जैन, परियोजना प्रबंधक

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