बरेली: परिजनों की फर्म के सहारे पंचायत का विकास, सचिव निलंबित

जांच में फंसे बिथरी में तैनात सचिव विपिन पांडेय पर हुई कार्रवाई, एफआईआर की तैयारी

बरेली: परिजनों की फर्म के सहारे पंचायत का विकास, सचिव निलंबित

बरेली, अमृत विचार। ग्राम पंचायतों में लाखों रुपये का काम एक सचिव ने नियम ताक पर रखकर पिता और पत्नी की फर्म से करा लिया। लाखों रुपये के बिल का भुगतान भी कर दिया। शिकायत पर जांच हुई तो मामला प्रकाश में आया। विभाग ने आरोपी सचिव को निलंबित कर दिया है। उसके खिलाफ एफआईआर कराने की भी तैयारी चल रही है।

बिथरी चैनपुर ब्लाक की नरियावल ग्राम पंचायत में तैनात सचिव विपिन पांडेय ने पिता मुरारी लाल की मुरालीलाल पांडेय बिल्डिंग मैटेरियल और पत्नी रानी देवी के नाम से फर्म फरीदपुर में पंजीकृत करा रखी है। 10 मई को बहेड़ी के गांव रतनपुर के सत्यप्रकाश ने इस मामले की आयुक्त ग्राम्य विकास से शिकायत की थी। 24 मई को डीसी मनरेगा गंगाराम वर्मा ने मौके पर जाकर जांच की तो खेल उजागर हुआ। दोनों ही फर्मों से कई लाख का लेनदेन करने समेत गांव में कराए गए कार्यों में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं मिलीं।

ग्रामीणों ने बताया कि सचिव ने कई अन्य रिश्तेदारों की फर्म भी विभाग में पंजीकृत करा रखी हैं। जिनके जरिये हर महीने लाखों रुपये की निर्माण सामग्री की सप्लाई जारी है। पूर्व में सचिव के खिलाफ शिकायतें हुईं, मगर ब्लाक स्तरीय अधिकारियों ने इसे दबा दिया। डीसी मनरेगा गंगाराम वर्मा ने बताया कि जांच में शिकायत सही पाए जाने पर सचिव को निलंबन कर दिया गया है।

अन्य गांवों के सचिवों से सेटिंग का भी खेल उजागर
सचिव विपिन पांडेय की फर्म करीब पांच साल पुरानी है। विभागीय कर्मी बताते हैं कि वह खुद की ग्राम पंचायत के साथ अन्य ग्राम पंचायतों में तैनात सचिवों से संपर्क कर उनकी ग्राम पंचायतों में भी अपनी फर्मों से निर्माण सामग्री आदि की आपूर्ति कराता रहा है। डीसी मनरेगा की जांच में यह भी उजागर हुआ कि दोनों फर्में फरीदपुर में पंजीकृत हैं। माल की सप्लाई जनपद के कई ब्लाकों में की जाती रही है। लिहजा, इन फर्मों के जरिये हुए लेनदेन का ब्योरा भी खंगाल जा रहा है। सीडीओ जग प्रवेश का कहना है कि सचिवों को लगातार चेतावनी दी जा रही है। काम मानक अनुरूप करें। जांच में दोषी मिले सचिव पर विभागीय कार्रवाई करने के साथ ही अन्य ग्रामों में जहां इन फर्मों के जरिए माल सप्लाई किया गया है। संबंधित ग्राम के प्रधान और सचिव पर भी शिकंजा कसा जाएगा।

दोनों ही फर्म एक हैं, जो पिताजी के नाम से पंजीकृत है। फरीदपुर की कई ग्राम पंचायतों में फर्म से आपूर्ति की गई है। निलंबन की कार्रवाई की जानकारी मुझे मिल चुकी है-विपिन पांडेय, निलंबित सचिव।

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