बरेली: 50 हजार की रुपये रिश्वत लेने के आरोपी जेल में बंद सीओ चकबंदी निलंबित

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Published By Vishal Singh
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कुछ दिनों के बाद एंटी करप्शन की रिपोर्ट मिलने पर चकबंदी आयुक्त ने की कार्रवाई

बरेली, अमृत विचार। 20 अप्रैल को चकबंदी कार्यालय में रंगेहाथ किसान से 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार हुए सीओ चकबंदी तृतीय रणधीर सिंह को अब निलंबित कर दिया गया। रणधीर सिंह अभी जेल में बंद हैं। चकबंदी आयुक्त ने आरोपी के विरुद्ध हरदोई जिले के चकबंदी अधिकारी को विभागीय जांच सौंपी है। एंटी करप्शन की रिपोर्ट कई दिनों के बाद मिलने पर यह कार्रवाई की गई है।

क्षेत्राधिकारी चकबंदी तृतीय रणधीर सिंह के विरुद्ध रोशन लाल निवासी गांव गजनेरा थाना भुता तहसील फरीदपुर ने एंटी करप्शन विभाग में शिकायत की थी। पिछले वर्ष जनवरी से रोशन लाल की जमीन से जुड़ा विवाद का मुकदमा क्षेत्राधिकारी चकबंदी तृतीय की कोर्ट में विचाराधीन था। क्षेत्राधिकारी पीड़ित को रिश्वत के लिए परेशान कर रहा था। पीड़ित ने सोशल मीडिया के जरिए एंटी करप्शन की जानकारी लेने के बाद बरेली के अधिकारियों को क्षेत्राधिकारी चकबंदी के रिश्वत मांगने की बात कही थी। 

रणधीर सिंह ने पीड़ित किसान से दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी लेकिन पीड़ित से 50 हजार में बात तय हुई थी। इसकी सूचना किसान ने एंटी करप्शन टीम को दी थी। टीम ने जिलाधिकारी को जानकारी देने के बाद कलेक्ट्रेट के एक ही बाबू को बतौर गवाह साथ लेकर 20 अप्रैल की दोपहर 3 बजे किसान से पचास हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रणधीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। इधर, बरेली का चार्ज संभाल रहे पीलीभीत के जिला बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी संजय आनंद ने बताया कि रिश्वत लेने के आरोप में जेल में बंद रणधीर सिंह को शासन ने निलंबित कर दिया है।

पवन कुमार सिंह बने बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी
जिला बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी बरेली फिर बदल गए। अभी तक बरेली का चार्ज पीलीभीत में तैनात बंदोबस्त अधिकारी संजय आनंद देख रहे थे। कई माह के बाद शासन ने बरेली में अधिकारी की तैनाती की है। शासन ने बस्ती जिले में तैनात पवन कुमार सिंह को जिला बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी है। वह जल्द पदभार ग्रहण करेंगे।

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