रुद्रपुर: कुमाऊं में सरकारी क्रय केंद्रों में मात्र 1120 क्विंटल गेहूं की खरीद

रुद्रपुर: कुमाऊं में सरकारी क्रय केंद्रों में मात्र 1120 क्विंटल गेहूं की खरीद

बीरेन्द्र बिष्ट, रुद्रपुर, अमृत विचार। गेहूं खरीद सत्र में इस बार सरकारी क्रय केंद्रों में मात्र 1120 क्विंटल गेहूं की ही खरीद हुई है। यह खरीद विगत वर्ष की तुलना में 6348 क्विंटल कम हुई है। जबकि विगत वर्ष 7468 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई थी। खास बात यह है कि यह खरीद सिर्फ ऊधमसिंह नगर के सरकारी क्रय केंद्रों पर हुई है, जबकि नैनीताल और चंपावत जनपद के क्रय केंद्रों में गेहूं की खरीद तो दूर किसान तक नहीं पहुंचे।

कुमाऊं में एक अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हुई और 31 मई तक यह खरीद होनी थी। शासन ने वर्ष 2023-24 के लिए गेहूं खरीद की नीति जारी करते हुए कुमाऊं मंडल को डेढ़ लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया था। इसके लिए कुमाऊं मंडल में खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग (आरएफसी), उत्तराखंड राज्य सहकारी विपणन संघ (यूसीएफ), भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (एनसीसीएफ), उत्तराखंड उपभोक्ता सहकारी संघ (यूकेयूएसएस), उत्तराखंड प्रादेशिक कोऑपरेटिव यूनियन (पीसीयू) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) के 178 क्रय केंद्र खोले गए थे।  

खाद्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस बार ऊधमसिंह नगर के बाजपुर और सितारगंज में खाद्य विभाग के क्रय केंद्रों पर 301 और 800 क्विंटल की खरीद हुई। इसी तरह काशीपुर मंडी और मुख्यालय में यूसीएफ के क्रय केंद्रों पर 14 और 3 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई। जबकि रतनपुर में नैफेड के एक क्रय केंद्र में 2.5 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई। यानि कुल 1120.50 कुंतल गेहूं की खरीद हुई। वहीं, नैनीताल और चंपावत जनपद में गेहूं की खरीद शून्य रही 


31 मई को वर्ष 2023-24 के लिए गेहूं खरीद समाप्त हो गयी है। इस बार गेहूं की खरीद सिर्फ ऊधमसिंह नगर जनपद के क्रय केंद्रों पर हुई है, जबकि नैनीताल और चंपावत जनपद में गेहूं की खरीद शून्य हुई है। विगत वर्ष 7468 कुंतल गेहूं की खरीद हुई थी, जबकि इस खरीद सत्र में मात्र 1120 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई है। इसका कारण बाजार भाव एमएसपी से अधिक होना है।
-अशोक कुमार, डिप्टी आरएमओ, कुमाऊं