Kanpur News : IPS अनंत देव तिवारी को सेवानिवृति के पहले मिली क्लीन चिट, बिकरू कांड में हुए थे निलंबित

कानपुर में आईपीएस अनंत देव तिवारी को सेवानिवृति के पहले मिली क्लीन चिट।

Kanpur News : IPS अनंत देव तिवारी को सेवानिवृति के पहले मिली क्लीन चिट, बिकरू कांड में हुए थे निलंबित

कानपुर में आईपीएस अनंत देव तिवारी को सेवानिवृति के पहले क्लीन चिट मिली। बिकरू कांड प्रकरण में निलबिंत हुए थे। 23 माह बाद बहाली हुई थी।

कानपुर, अमृत विचार। IPS अनंत देव को सेवानिवृति के पहले बड़ी राहत मिल गई है। उनको बिकरू कांड प्रकरण में विभागीय जांच में क्लीन चिट मिल गई है। वह इस प्रकरण में निलबिंत हुए थे। वह बहाल तो हो गए थे, लेकिन उनके खिलाफ आईजी नीलांबजा चौधरी विभागीय जांच कर रहे थे। उन्होंने मैराथन जांच के बाद उनको क्लीन चिट दे दी। आईपीएस अनंत देव वर्तमान डीआईजी रेलवे है, साथ ही उनके पास एसटीएफ का अतिरिक्त प्रभार है। सबसे अहम बात यह है कि अनंत देव दिसंबर में सेवानिवृत हो रहे है। 

कानपुर के चौबेपुर थाने के बिकरू गांव में 2 जुलाई 2020 को दुर्दांत विकास दुबे और उसके साथियों ने तत्कालीन सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों को गोलियों से छलनी कर मार दिया था। उस समय एसएसपी का चार्ज आईपीएस दिनेश कुमार पी के पास था। उनके पूर्व आईपीएस अनंत देव के पास ही चार्ज था। इस कांड की जांच एसआईटी ने की थी। जांच के दौरान सोशल मीडिया में आईपीएस अनंत देव की कुछ फोटो वायरल हो गई थी।

जिसमें उनके साथ विकास दुबे का खजांची जय बाजपेयी था। साथ ही जांच में थानों के आक्समिक निरीक्षण में लापरवाही पाई थी।  एसआईटी की जांच रिपोर्ट पर 12 सितंबर 2020 को आईपीएस अनंत देव को निलबिंत कर विभागीय जांच बैठा दी गई थी। 

23 माह बाद हुई थी बहाली, डीआईजी रेलवे बने

आईपीएस अनंत देव की 23 माह के बाद 2 अक्टूबर 2022 को बहाली हो गई। उनको डीआईजी रेलवे का चार्ज दिया गया। हालांकि उनकी विभागीय जांच चल रही थी। आईपीएस अनंत देव लंबे समय तक एसटीएफ में रहे है। जिसे देख प्रयागराज के उमेशपाल हत्याकांड में आरोपियों को पकड़ने के लिए उनको डीआईजी एसटीएफ का अतिरिक्त प्रभार दिया गया। माफिया अतीक के बेटे असद और गुर्गे गुलाम के एनकाउंटर में उनकी अहम भूमिका रही है। वह दिसंबर में सेवानिवृत हो रहे है। इससे पहले क्लीन चिट मिलना उनके लिए बड़ी राहत है।