बरेली: डायबिटिक मरीज बरतें सावधानी, अंग भी हो सकते हैं प्रभावित

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Published By Vishal Singh
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आईएमए ने डायबिटीज पर क्लिनिक कांफ्रेंस हुई

बरेली, अमृत विचार। आईएमए ने डायबिटीज के बढ़ते खतरे और इलाज पर आधारित क्लिनिक कांफ्रेंस शनिवार को सिविल लाइंस स्थित होटल में की।

इस मौके पर मुख्य वक्ता डाॅ. सुदीप सरन ने बताया कि डायबिटीज के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। कई बार डायबिटीज के रोगी के पैर छोटा अल्सर बन जाता है। इसमें पैर काटने की नौबत भी आ सकती है। इसमें शुरुआती लक्षण नहीं दिखते हैं। ब्लड प्रेशर बढ़ा होने के बाद भी कई बाद लोग लापरवाही दिखाते हैं जो नुकसानदायक हो सकती है। इसकी वजह से गुर्दे फेल हो सकते हैं। अनियंत्रित डायबिटीज की वजह से हार्ट अटैक, दिमाग की नस फटना 5 से 10 फीसदी बढ़ सकता है।

डाॅ. रवीश अग्रवाल ने कहा कि पैरों में झनझनाहट, सुई जैसा चुभना, जलन महसूस होना डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं। डा. अनूप आर्य ने कहा कि नियमित व्यायाम और संतुलित खानपान से डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है। डाॅ. एके सिंघल, डाॅ. वागीश वैश्य, डाॅ. दुष्यंत गुप्ता, डाॅ. सुजाय मुखर्जी आदि मौजूद रहे।

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