बरेली: नगर निगम में दो कर निर्धारण अधिकारी सहित 12 अफसर पांच साल से ज्यादा समय से तैनात

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Published By Moazzam Beg
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बरेली, अमृत विचार। मुख्यमंत्री की तबादला नीति का पालन किया गया और जोड़तोड़ नहीं चली तो नगर निगम में 90 फीसदी अफसर बदल जाएंगे। बोर्ड की दूसरी बैठक में कई विभागों के नए अफसर सामने नजर आएंगे। कुछ अफसर ऐसे हैं जो कई बरसों से जिले में तैनात हैं। इनमें कुछ तो विवादित भी हैं और शासन में भी उनकी शिकायतें हुई हैं। मुख्यमंत्री ने नई तबादला नीति जारी की है। इसमें एक जिले में तीन साल तक तैनात रहे अफसरों को हर हाल में दूसरे जिले में भेजने को कहा गया है। मंडल में सात साल की सेवा करने वाले अफसरों को मंडल से बाहर तैनात करने के आदेश अपर मुख्य सचिव ने जारी किये हैं। इस आदेश का पालन हुआ तो नगर निगम बरेली में कई अफसरों का तबादला तय है।

सूत्रों ने बताया कि मुख्य कर निर्धारण अधिकारी महातम यादव इसी माह सेवानिवृत्त हो रहे हैं। टैक्स विभाग में कर निर्धारण अधिकारी विपिन कुलदीप वर्ष 2018 से बरेली में हैं। कर निर्धारण अधिकारी ललतेश सक्सेना उझानी और बदायूं में रहे और फिर 2018 में बरेली में जमें हैं। अपर नगर आयुक्त द्वितीय अजीत कुमार सिंह मई 2020 से तो सहायक लेखाधिकारी हृदय प्रकाश नारायण वर्ष 2014 से बरेली में तैनात हैं। लेखाधिकारी अनुराग सिंह की बरेली में पहली तैनाती 2020 में हुई। उसी समय से मुख्य नगर लेखा परीक्षक सत्येन्द्र सिंह बरेली में तैनात हैं।

कई जेई भी लंबे समय से तैनात
नगर निगम के जलकल विभाग में तैनात जेई अजीत कुमार वर्ष 2018 से जमे हैं और कई विभागों का काम अकेले संभाल रहे हैं। इंजीनियरिंग विभाग में सुपरवाइजर से सहायक अभियंता बने राजीव शर्मा वर्ष 1995 में बरेली में ही जेई बने। वर्ष 2003 में वह बरेली से बाहर गए और 2018-19 में फिर बरेली आ गए। पिछले साल वह पदोन्नत होकर एई हो गए और यहीं तैनात हैं। इंजीनियरिंग विभाग में ही जेई वीना मौर्य, सुभाष त्रिपाठी, अरुण कुमार भी तीन साल से ज्यादा समय से तैनात हैं और तबादला नीति के तहत इनका तबादला गैर जिलों में होना तय है।
मानव संपदा पोर्टल पर दर्ज है ब्यौरा

सूत्रों ने बताया कि इस बार अफसरों का तबादला मानव संपदा पोर्टल पर दर्ज ब्यौरे के तहत होना है। इस पोर्टल पर हर अफसरों का डाटा फीड है। वह अफसर कितने दिन, किस जिले में तैनात रहे हैं। नगर विकास मंत्री अरविंद शर्मा ने भी पोर्टल के आधार पर शीट निकाल कर अफसरों का तबादला करने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री की तबादला नीति का पालन करने के निर्देश दिये हैं।

कुछ अफसर मान रहे अच्छे समय आई तबादला नीति
नगर निगम में कुछ अफसरों पर अनियमितताओं के कई आरोप हैं और जांच भी चल रही है। नगर आयुक्त ने भी एकाध अफसरों के खिलाफ शासन में भी पत्र भेजा है। शासन ने एक अफसर को तो निलंबित कर दिया है, लेकिन अन्य के बारे में अभी दिशा निर्देश नहीं आए हैं। अफसर भी मान रहे हैं कि उनके खिलाफ कार्रवाई तय है। इसी बीच तबादला नीति आने से अब ऐसे लोग प्रसन्न हैं कि उनका तबादला हो जाएगा तो उन पर कार्रवाई भी नहीं होगी।

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