अयोध्या : पूराबाजार क्षेत्र में किसानों के सामने खड़ा है संकट, बिजली आपूर्ति भी बदतर, सिंचाई प्रभावित

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Published By Pradumn Upadhyay
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अमृत विचार, अयोध्या । माइनर में पानी नहीं, दिन में बिजली की सप्लाई नहीं, नतीजा फसलों की सिंचाई ठप। तपती धूप भीषण गर्मी पछुआ हवा के चलते फसलों में पानी की आवश्यकता इस समय ज्यादा है, लेकिन माइनर में पानी नहीं होने से और दिन में बिजली की सप्लाई ना मिलने से किसान फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं।

अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह से शारदा सहायक बड़ी नहर से पानी गायब हुआ तो छोटी माइनर भी सूख गई। क्षेत्र के गगौली माइनर, अंजना माइनर, भदौली माइनर, खानपुर माइनर, सूखापुर माइनर, ददेरा माइनर, सुबटकहा माइनर, अलावलपुर माइनर, रोशन नगर माइनर, अबनपुर माइनर , नैपुरा माइनर में अप्रैल महीने के अंतिम सप्ताह से पानी नहीं आया, जिससे किसान फसलों की सिंचाई नहीं कर रहे हैं।

गगौली के किसान कपिल देव सिंह कहते हैं कि 10 बीघा गन्ना सिंचाई के अभाव में सूखने के कगार पर पहुंच गया है। पाठक पुरवा गगौली निवासी राजेश पाठक कहते हैं आठ बीघा गन्ने की फसल सिंचाई के अभाव में सूख रही है। धान की नर्सरी अभी तक नहर में पानी न होने के कारण नहीं डाल पाए।

अंजना के किसान सदानंद पांडे कहते हैं कि नहर के किनारे खेतों में ज्यादातर गन्ने की बुवाई हुई है नहर में पानी ना आने से गन्ने की सिंचाई नहीं हो पा रही है। नैपुरा माइनर के बगल के किसान अरविंद सिंह कहते हैं नहर में पानी न आने से गन्ने की फसल सूख रही है। अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह में नहर सुखी तब से आज तक पानी नहीं आया।

क्या कहते हैं सिंचाई और बिजली विभाग के अधिकारी

सिंचाई विभाग के अवर अभियंता मनीष वर्मा ने बताया कि अप्रैल के अंतिम माह में पानी बंद हुआ था। 20 जून तक माइनर में पानी आ जाएगा। बिजली विभाग रसूलाबाद उपकेंद्र के जेई राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि रोस्टर 18 घंटे बिजली सप्लाई का है, लेकिन तेज हवाओं के चलते दिन में बिजली सप्लाई देना संभव नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर लोग विद्युत पोल और तार के नीचे ही पेड़ लगा देते हैं जो हवा के चलते टकराता है और बिजली फाल्ट हो जाती है।

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