हरदोई : यूपी मेडिकल यूनिवर्सिटी की काउंसलिंग में फंसा पेंच, अल्पसंख्यक व सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों से मांगे गए जाति प्रमाणपत्र

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Published By Pradumn Upadhyay
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अमृत विचार, हरदोई । यूपी मेडिकल यूनिवर्सिटी में काउंसलिंग में अल्पसंख्यक व सामान्य वर्ग से जाति प्रमाणपत्र मांगे जाने से अभ्यार्थी काफी उलझन में हैं। दरअसल इससे पहले कभी भी अल्पसंख्यक या सामान्य वर्ग के लोगों से जाति प्रमाणपत्र नहीं मांगा गया था। ऐसा पहली बार हुआ है कि अटल बिहारी वाजपेई यूनिवर्सिटी ने बीएससी नर्सिंग कोर्स (4 वर्षीय) कराया था।

16 जून से उसी की काउंसलिंग शुरू हुई है, जोकि 22 जून तक होगी। काउंसलिंग में अल्पसंख्यक व सामान्य वर्ग के अभ्यार्थियों से उनका जाति प्रमाणपत्र मांगा गया है। अभ्यार्थियों की इस उलझन का हल अफसरों के पास भी नहीं है। खुद अफसरों का कहना है कि ऐसा तो कभी पहले नहीं हुआ। अल्पसंख्यक व सामान्य वर्ग के लोगों को जाति प्रमाणपत्र नहीं जारी किया जाता।

अटल बिहारी वाजपेई यूनिवर्सिटी ने बीएससी नर्सिंग कोर्स (4 वर्षीय) के लिए संयुक्त परीक्षा कराई थी। जिसका रिज़ल्ट आ गया और 16 जून से काउंसलिंग भी शुरू हो गई। चूंकि रैंक के मुताबिक सीटों का एलाटमेंट किया जाना है। लेकिन यूपी मेडिकल यूनिवर्सिटी के लिए अल्पसंख्यक व सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए काउंसलिंग में एक ऐसा पेंच फंस गया है कि जिसका हल अफसर भी नहीं निकाल पा रहें हैं। अल्पसंख्यक व सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों से उनका जाति प्रमाणपत्र मांगा गया है। जबकि यहां पर बताना ज़रूरी है कि इससे पहले कभी भी अल्पसंख्यक व सामान्य वर्ग के लोगों से उनका जाति प्रमाणपत्र नहीं मांगा गया था।

सदर तहसीलदार डा.प्रतीक त्रिपाठी का कहना है कि अभी तक ऐसा कोई प्रारूप नहीं आया, जिस पर अल्पसंख्यक व सामान्य वर्ग के लोगों को जाति प्रमाणपत्र जारी किया जाए। फिलहाल कुछ भी हो काउंसलिंग के लिए भाग-दौड़ कर रहे अभ्यर्थियों ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में अपनी बात रखी है लेकिन वहां भी कोई हल नहीं निकल सका। इधर-उधर भटक रहे अभ्यार्थी अपने फ्यूचर को ले कर काफी घबराए हुए हैं।

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