अयोध्या : CM योगी का दीपोत्सव में 21 लाख दीप जलाने का लक्ष्य, एमपी के सीएम शिवराज का रिकार्ड तोड़ने की है चुनौती
विश्व रिकार्ड अपने नाम करने के लिए यूपी सरकार को जलाने होंगें 19 लाख दिये
अयोध्या, अमृत विचार। मध्य प्रदेश ने एक बार फिर से एक ही स्थान पर सर्वाधिक दीप जलाने का विश्व रिकार्ड अपने नाम कर लिया है। साथ ही यह प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी को नई चुनौती जैसी है। विश्व रिकार्ड को फिर अपने नाम करने के लिए योगी सरकार को सीएम शिवराज के रिकार्ड से पार पाने के लिए 19 लाख से ज्यादा दीप जलाने होंगे। शायद इसी के चलते जनपद दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बार दीपोत्सव में 21 लाख दीप जलाने का लक्ष्य तय किया है और अधिकारियों को अभी से तैयारी में जुट जाने का निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद वर्ष 2017 में योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम के लंका विजय के बाद अयोध्या वापस आगमन की ख़ुशी में मनाये जाने वाले दीपावली पर्व पर मोक्षदायिनी सरयू किनारे दीपोत्सव की शुरुआत की थी। उसके बाद हर वर्ष सरकार के इस आयोजन के तहत नया विश्व रिकार्ड कायम किया जाता रहा है। वहीं दीपोत्सव कार्यक्रम को प्रान्तीयकृत मेले का दर्जा भी दिया है। हलांकि एक ही स्थान पर सर्वाधिक दीप जलाने के विश्व रिकार्ड को भाजपा के मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने चुनौती दी और दीपोत्सव की तर्ज पर भगवान शिव की नगरी उज्जैन में शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम का आयोजन कर लगातार दो वर्षों से योगी के रिकार्ड को तोड़ विश्व रिकार्ड अपने नाम किया।
अब शिप्रा नदी के घाटों और महाकाल परिसर में शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम के तहत 18 लाख 82 हजार से ज्यादा दीप प्रज्ज्वलित कर एक नया विश्व रिकार्ड कायम करने के बाद इस बार के दीपोत्सव के लिए विश्व रिकार्ड अपने नाम करने के लिए 19 लाख से ज्यादा दीप जलाने की चुनौती प्रस्तुत की है।
सूरजकुंड और भरतकुंड भी आएंगे दायरे में
विश्व रिकार्ड कायम करने के लिए गत वर्ष प्रदेश सरकार ने सरयू तट स्थित राम की पैड़ी के साथ तमाम घाटों पर दीप प्रज्ज्वलित कराया था और 15 लाख 77 हजार का लक्ष्य हासिल किया था। इस बार शिवराज सिंह की चुनौती से पार पाने और विश्व रिकार्ड अपने नाम करने के लिए योगी सरकार को कम से कम सवा तीन लाख दीप ज्यादा जलाने होंगें और दीपोत्सव क्षेत्र का दायरा बढ़ाना होगा। हलांकि दीपोत्सव का आयोजन अभी दीप पर्व पर नवंबर माह में होना है और आयोजन में अभी चार माह का समय है, जिसके चलते अभी स्थानीय स्तर पर कोई विशेष तैयारी नहीं शुरू हुई है, लेकिन जन्मभूमि पर भव्य राममंदिर में रामलला को विराजित करने के पूर्व आयोजित होने वाले दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए शासन की मशीनरी योजना बनाने में जुट गई है। शासन से जुड़े एक जानकार के मुताबिक इस बार सूरजकुंड, भरतकुंड और गुप्तारघाट पर भी बड़े पैमाने पर दीप प्रज्ज्वलन की योजना बनाई जा रही है।
दीपोत्सव में कब जले कितने दीप
23 अक्टूबर 2022 15,76,955
03 नवंबर 2021 9,41,551
13 नवंबर 2020 5,84 ,557
26 अक्टूबर 2019 4,04,000
06 नवंबर 2018 3,01,152
18 अक्टूबर 2017 1,82,000
शिव ज्योति अर्पणम में कब जले कितने दीप
18 फरवरी 2023 21 लाख
11 मार्च 2022 13 लाख
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