International Yoga Day 2023 : वाराणसी में 6 लाख 70 हजार लोगों ने किया योग

Amrit Vichar Network
Published By Jagat Mishra
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वाराणसी, अमृत विचार। आदि योगी के आंगन श्रीकाशी विश्वनाथ धाम से दुनिया को योग से निरोग रहने का संदेश दिया गया। नौवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर वाराणसी में 6 लाख 70 हज़ार लोगो ने योगाभ्यास किया। इस दौरान काशी के घाट योग दिवस के साक्षी बने। योग दिवस पर वाराणसी में शहर से गाँव तक, स्कूल और मदरसों में योगाभ्यास किया गया। वाराणसी में योग दिवस का मुख्य कार्यक्रम श्री काशी विश्वनाथ धाम में आयोजित किया गया। यहां करीब 1164  लोगों ने योग किया, जिसमें योगी सरकार में आयुष विभाग के राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु सहित वाराणसी के मंडलायुक्त और अन्य प्रशासनिक अफसर व बाबा के भक्तगण शामिल हुए। सरकार के हर घर आंगन योग थीम पर 15 जून से 21 जून तक योग सप्ताह मनाया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र 'दयालु' ने दीप प्रज्वलित कर किया । 

नव्य-भव्य और दिव्य श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का प्रांगण नौवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का साक्षी बना। कभी सकरी गलियों से गुजर कर चंद लोग बाबा के दरबार तक पहुंच पाते थे, जहा खड़े हो पाना भी मुश्किल होता था आज वहां 1164 से अधिक लोग योग करके दिव्य विश्वनाथ धाम के विस्तारीकरण की गवाही दे रहे थे। सुबह 6 बजे विश्वनाथ धाम में योग दिवस कॉमन योग प्रोटोकॉल के साथ हुआ। यही नहीं काशी के अर्धचन्द्राकार घाटों का नज़ारा भी योगासन करता दिखा। इसके अलावा स्कूल, मदरसा, पार्क, स्वास्थ्य केंद्र, बीएचयू का तरणताल समेत वाराणसी में स्वस्थ तन व मन रखने के लिए लोग जागरूक दिखे और योग करते हुए इसे जीवन शैली में बनाए रखने का संकल्प लिया। 

उत्तर प्रदेश के आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र 'दयालु' ने कार्यक्रम के दौरान अपने उद्बोधन के बाद प्रधानमंत्री के सन्देश को पढ़ा। उन्होंने कहा कि योग से विश्व का कल्याण हो रहा है। हमारे योग और आयुर्वेद जैसे धरोहर विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। योगाभ्यास हमें मानसिक और शारीरिक रूप से अत्यंत शक्तिशाली बनाते हुए आधुनिक जीवन के कठिन से कठिन चुनौतियों का सामना प्रभावी ढंग से करने के लिए तैयार करता है। योग एक ऐसी प्रवृत्ति है, जिसका इतिहास हजारों वर्ष पुराना है, यह हमारे आत्मिक शांति के सर्वोत्तम साधनों में से एक है।

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