अयोध्या : दिनदहाड़े फ़िल्मी स्टाइल में कार्यालय में घुसे बदमाश, उड़ाये साढ़े तीन लाख रुपये और मोबाईल
अमृत विचार, अयोध्या । रामपथ पर सीवर लाइन बिछा रही फर्म के कार्यालय पर दिनदहाड़े फ़िल्मी स्टाइल में लूट का मामला सामने आया है। वारदात को बुलंदशहर में पंजीकृत कार सवार लोगों ने फर्म के एकाउंटेंट को कुर्सी में बाँध तथा असलाह दिखाकर अंजाम दिया। मामले की शिकायत पर नगर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। घटना की तहकीकात शुरू कर दी है।
बताया गया कि अयोध्या नगर निगम क्षेत्र में सीवर लाइन बिछाने का ठेका भुगन इन्फाकान प्रा. लिमिटेड को मिला है। फर्म ने सिविल लाइन क्षेत्र में एसएसपी और डीएम आवास से थोड़ी दूर स्थित एक नर्सिंग होम के निकट अपना कार्यालय खोल रखा है। फर्म के एकाउंटेंट संदीप गुप्ता निवासी टीवी टावर के पास डेरी रोड, सिविल लाइन, छतरपुर मध्य प्रदेश हाल पता मस्तान का पुरवा, सहादतगंज रोड थाना कैण्ट का कहना है कि मंगलवार को वह कार्यालय में बैठकर काम कर रहा था।
कार्यालय में बिलिंग का कार्य देखने वाले विकास यादव, प्रशासनिक कार्य देखने वाले भावेश पटेल, परेश भाई, मुकेश भाई और स्टोर कीपर आशीष कुमार वर्मा कहीं गए हुए थे। इसी दौरान दोपहर लगभग 11:45 बजे तीन लोग पहुंचे। इनमें से दो ने अपना मुंह मास्क व गमछा से ढंक रखा था। खुले चेहरे वाले ने मुकेश के बाबत पूछा तो उसने अपने दोस्त से बात करते हुए भावेश के कार्यालय में न होने की बात कही। इसके बाद उसने मोबाइल छीन लिया और स्विच आफ कर दिया। धमकाकर रकम हवाले करने की बात कही तो उसने टालमटोल किया। इसके बाद मास्कधारी तमंचा लगा दराज की चाभी ले ली और दूसरे ने अपने गमछा से हाथ-मुंह बांध दिया।
तीनों दराज में काले बैग में रखा साढ़े तीन रुपया, मेरा स्मार्टफोन और पैंट के जेब में रखा लगभग 8 हजार रूपया लेकर कार्यालय बंद कर चले गये। किसी तरह उसने बंधन खोला और खिड़की के रास्ते डंडे की मदद से दरवाजा खोला और साथियों को वारदात की जानकारी दी। दिनदहाड़े हुई इस वारदात की जानकारी के बाद पुलिस और अधिकारियों ने मौका-मुआयना और जाँच-पड़ताल की है। आसपास के सीसीटीवी कैमरे से मिले सुराग में पता चला है कि वारदात करने वाले बुलंदशहर में पंजीकृत बोलेनो कार से आये थे। फिलहाल पुलिस ने जबरिया कार्यालय में घुसकर लूट और धमकी आदि की धारा में केस दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी है।
ये भी पढ़ें - फर्रुखाबाद : लोहिया अस्पताल में इलाज न मिलने से दो मासूमों की मौत
