PM Modi Egypt Visit : दिल्ली रवाना हुए पीएम मोदी, कहा- मिस्र यात्रा ऐतिहासिक रही
नई दिल्ली / काहिरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार शाम काहिरा से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। पीएम मोदी अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा के समापन के बाद मिस्र की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर थे।इस दौरान मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से पीएम मोदी को देश के सर्वोच्च राजकीय सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ से सम्मानित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मिस्र यात्रा को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा है कि इससे भारत और मिस्र के संबंध अधिक मजबूत होंगे तथा दोनों देशों के लोगों को फायदा होगा। मोदी ने दो दिन की यात्रा संपन्न होने के बाद स्वदेश रवाना होने से पहले कहा कि उनकी मिस्र यात्रा ऐतिहासिक रही है और इससे दोनों देशों के संबंध मजबूत होंगे तथा दोनों देशों के लोगों को फायदा होगा।
Imparting new momentum to 🇮🇳-🇪🇬 relations!
— PMO India (@PMOIndia) June 25, 2023
PM @narendramodi and President @AlsisiOfficial held fruitful talks in Cairo. They deliberated on ways to deepen the multi-faceted partnership between both the nations.
The leaders also signed agreement to elevate India-Egypt bilateral… pic.twitter.com/6LumfEBT07
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह राष्ट्रपति अल सीसी, उनकी सरकार और मिस्र के लोगों के स्नेह के लिए धन्यवाद देते हैं। मोदी ने कहा कि वह मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मेडबोली को भी धन्यवाद देते हैं कि जो उनके साथ ऐतिहासिक पिरामिड देखने गये। इस दौरान हमने अपने देशों के समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास पर चर्चा के साथ साथ आने वाले समय में संबंधों को मजबूत बनाने पर चर्चा की। प्रधानमंत्री अमेरिका की यात्रा संपन्न होने के बाद शनिवार को अपनी पहली मिस्र यात्रा पर काहिरा पहुंचे थे।
After concluding a successful visit to Egypt, Prime Minister @narendramodi emplanes for New Delhi. pic.twitter.com/5Olt4bjDP2
— PMO India (@PMOIndia) June 25, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेकहा कि सितंबर में नयी दिल्ली में होने वाली जी20 बैठकों में भाग लेने के लिए मिस्र के राष्ट्रपति को फिर से भारत में आमंत्रित करना उनके लिए सम्मान की बात है। मोदी ने कहा कि मिस्र और भारत अगले पांच वर्षों के भीतर द्विपक्षीय व्यापार में 12 अरब डॉलर के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले छह महीनों में ही भारतीय कंपनियों ने मिस्र में लगभग 17 करोड़ डॉलर का निवेश किया है। राष्ट्रपति के निमंत्रण के बाद यह मोदी की पहली मिस्र यात्रा है। भारतीय राजदूत अजीत गुप्ते के मुताबिक 1997 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की काहिरा की यह पहली यात्रा है। श्री मोदी ने बैठक में उपस्थित लोगों से कहा, आपमें से कुछ लोगों ने हाल ही में भारत का दौरा किया है और यहां मैं कहना चाहूंगा कि दोनों पक्षों के बीच नियमित यात्राओं से द्विपक्षीय संबंध सक्रिय रूप से बढ़ेंगे।
I thank PM Mostafa Madbouly for accompanying me to the Pyramids. We had a rich discussion on the cultural histories of our nations and how to deepen these linkages in the times to come. pic.twitter.com/WiXFhTP4QP
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2023
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मिस्र कैबिनेट में 'भारत इकाई' से मुलाकात कर रहे थे, जिसे इस साल की शुरुआत में मिस्र के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के बाद स्थापित किया गया था। भारत इकाई का नेतृत्व प्रधानमंत्री मुस्तफा मदबौली करते हैं और इसमें कई मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। मोदी ने कहा कि पिछले सप्ताह स्वेज नहर आर्थिक क्षेत्र के अध्यक्ष की भारत यात्रा सफल रही और इससे अन्य भारतीय कंपनियों को मिस्र में निवेश करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में दोनों पक्षों के बीच बढ़ता सहयोग पर्यावरण संरक्षण के प्रति संयुक्त प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
उन्होंने बताया कि कई भारतीय कंपनियां हरित हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक वाहनों में निवेश कर रही हैं। श्री मोदी ने कहा कि वह मिस्र की अपनी अगली यात्रा पर नई प्रशासनिक राजधानी का दौरा करना चाहेंगे। मिस्र के प्रधानमंत्री मदबौली ने अपनी ओर से दोनों पक्षों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए दोनों सरकारों के दृढ़ संकल्प की पुष्टि की। मदबौली ने कहा कि दोनों देशों के बीच बढ़ता व्यापार आदान-प्रदान, जो 2022 में 7 अरब डॉलर तक पहुंच गया, अगले पांच वर्षों में 12 अरब डॉलर तक जाने की संभावना दिखाता है।
इस संबंध में जुलाई 2022 में आयोजित संयुक्त व्यापार समिति की बैठक के दौरान सहमति हुई थी। उन्होंने मिस्र में भारतीय निवेश के मौजूदा स्तर की सराहना की, जो 3.5 अरब डॉलर है और कहा कि देश अधिक भारतीय पूंजी प्राप्त करने के लिए तैयार है। समाचार पत्र ‘अहराम ऑनलाइन’ ने कहा कि मदबौली ने मिस्र और क्षेत्र में भारतीय निवेश के लिए आशाजनक वृद्धि के उदाहरण के रूप में पिछले सप्ताह स्वेज नहर आर्थिक क्षेत्र प्राधिकरण के अधिकारियों की भारत यात्रा के दौरान दोनों पक्षों के बीच हस्ताक्षरित समझौतों का हवाला दिया।
मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मदबौली ने देशों के बीच रणनीतिक संबंध विकसित करने में मिस्र की उत्सुकता पर जोर दिया और रुचि व्यक्त की कि भारत मिस्र को गेहूं का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता बन जाएगा। उन्होंने कहा कि मिस्र भी स्वास्थ्य सेवा और दवा उत्पादन के क्षेत्र में भारत के साथ अधिक सहयोग चाहता है, इस तरह के सहयोग के एक मॉडल के रूप में शहर में एक वैक्सीन उत्पादन संयंत्र स्थापित करने के लिए एक भारतीय कंपनी और मिस्र की वीएसीएसइआरए के बीच साझेदारी का हवाला दिया। मिस्र नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में भारतीय कंपनियों द्वारा अधिक निवेश का स्वागत करता है, विशेष रूप से स्वेज नहर आर्थिक क्षेत्र में हरित हाइड्रोजन के उत्पादन में।
मदबौली ने कहा कि मिस्र सरकार भारतीय कंपनियों को देश में अपने निवेश को लागू करने और विस्तार करने के लिए आवश्यक सभी सुविधाएं प्रदान करने की इच्छुक है। उन्होंने घोषणा की कि देश का राष्ट्रीय वाहक ‘ इजिप्टएयर’ काहिरा और मुंबई के बीच मौजूदा उड़ानों के अलावा, दोनों देशों के बीच हवाई यात्रा को बढ़ावा देने के एक कदम के रूप में काहिरा और नई दिल्ली के बीच सीधी उड़ानें शुरू करने जा रहा है।
मिस्र ऊर्जा संकट, जलवायु परिवर्तन, भोजन की कमी से निपटने और विकासशील देशों के लिए वित्तपोषण सुनिश्चित करने के लिए इष्टतम दृष्टिकोण विकसित करने के लिए जी20 की भारतीय अध्यक्षता के साथ काम करेगा। मिस्र की ओर से बैठक में विदेश मंत्री समेह शौकरी, बिजली और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री मोहम्मद शकर, योजना और आर्थिक विकास मंत्री हला अल-सईद, अंतरर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्री रानिया अल-मशात, वित्त मंत्री मोहम्मद मैत, संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अम्र तलत और व्यापार और उद्योग मंत्री अहमद समीर ने भाग लिया।
