अयोध्या : शिक्षकों की ज्वाइनिंग और रिलीविंग में रहेगी बीएसए आफिस के बाबुओं की चांदी
अमृत विचार, अयोध्या । बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में सुदूर जिले में तैनाती पाए शिक्षक-शिक्षिकाओं को उनके गृह जनपद या मनपसंद जिले में स्थानांतरण तो मिल गया, लेकिन अब चुनौती सुविधाजनक विद्यालय मिलने की है। अब वर्तमान तैनाती स्थल से कार्यमुक्त होने के बाद करीब 402 शिक्षक-शिक्षिकाएं जब स्थानांतरण पाए अपने गृह जिले में पहुंचेंगे तो नजदीकी विद्यालय में तैनाती पाने के लिए मारामारी मचेगी। वहीं ज्वाइनिंग और रिलीविंग को लेकर बीएसए दफ्तर के बाबुओं की भी खूब चांदी कटने की उम्मीद है।
बता दें कि जिस वरीयता अंक के अनुसार अंतरजनपदीय स्थानांतरण सूची में सम्मिलित शिक्षक व शिक्षिका को आरक्षण का लाभ मिला है, उसका परीक्षण करने के बाद ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी उन्हें स्थानांतरित जिले के लिए कार्यमुक्त करने की कार्यवाही करेंगे। स्थानांतरित जिले में पहुंचने के बाद सभी शिक्षक अपने घर के नजदीक या आवागमन की सुविधा की दृष्टि से विद्यालय मिलने की उम्मीद में अभी से प्रयास शुरू कर दिए हैं। इसमें कितने सफल होंगे, यह तो विद्यालय आवंटित होने के बाद ही पता चलेगा। कार्यमुक्त होने के पहले ही शिक्षकों ने संपर्क तेज कर दिए हैं। कई शिक्षकों ने माननीयों से भी जुगाड़ लगवाना शुरू कर दिया है।
बताया जाता है कि यहां उनके परिजन पंसदीदा और नजदीक स्कूल के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के चक्कर काटने लगे हैं। बता दें कि अन्तरजनपदीय तबादले में यहां से कुल 88 शिक्षक गए हैं जबकि 402 शिक्षक-शिक्षिकाएं अपने गृह जनपद आए हैं। इनमें से अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों के शामिल हैं।
बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय ने बताया कि सोमवार के बाद से ज्वाइनिंग और स्कूल आवंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पूरी तरह पारदर्शिता बरती जायेगी। स्कूल आंवटन को लेकर निर्धारित पटल की निगरानी होगी।
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