मणिपुर: प्रधानमंत्री दिलाये मुख्यमंत्री को राजधर्म की याद : कांग्रेस नेता देवव्रत सैकिया
गुवाहाटी। जातीय हिंसा से प्रभावित मणिपुर में संवैधानिक दायित्वों पर राजनीतिक प्रचार के हावी होने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस की असम इकाई के वरिष्ठ नेता देवव्रत सैकिया ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्य के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह को उनके ‘राजधर्म’ की याद दिलाने की अपील की।
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असम विधानसभा में विपक्ष के नेता सैकिया ने मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि निर्वाचित प्रतिनिधियों को अपनी जिम्मेदारियां पूरी करने की जरूरत है। उन्होंने लिखा है, ‘‘ मैं आपसे से उसी तरह मणिपुर के मुख्यमत्री एन बिरेन सिंह को राजधर्म का पालन करने की याद दिलाने की अपील करता हूं जिस तरह दो दशक से भी अधिक समय पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने आपको राजधर्म का पालन करने की याद दिलायी थी।’’
2002 में वाजपेयी ने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोदी को दंगों को नियंत्रित करने के लिए अपने ‘राजधर्म’ का पालन करने के लिए कहा था। सैकिया ने कहा कि यह देखकर बड़ा दुख होता है कि ‘‘राजनीतिक प्रचार ने संवैधानिक दायित्वों की जगह ले ली है।’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ क्षेत्र में शांति एवं सद्भाव की बहाली के लिए अपनी जिम्मेदारियां निभाना और जरूरी कदम उठाना निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए अहम है।’’
उन्होंने यह भी उम्मीद जतायी कि केंद्र सरकार ‘पार्टी की राजनीति से ऊपर उठेगी’ और मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए त्वरित कदम उठायेगी तथा ऐसा करके ही वह देश में विश्वास पैदा कर सकती है । विपक्ष के नेता ने कहा, ‘‘ इस क्षेत्र में मणिपुर के लोग शांतिप्रिय रहे हैं और वे एक ऐसे सुरक्षित माहौल के हकदार हैं जहां वे समृद्धि प्राप्त कर सकें और राष्ट्र की प्रगति में योगदान दे सकें।
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