फर्रुखाबाद : बीएएमएस छात्र की माँ बोली जालिमोंं ने मार डाला मेरे इकलौते बेटे को
अमृत विचार, फर्रुखाबाद । थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के मेजर एसडी सिंह मेडिकल कालेज में बीएएमएस के छात्र के पानी की टँकी से कूद कर आत्म हत्या करने की खबर पर उसकी मां बोली, जालिमो ने उसके इकलौते बेटे को मार डाला है। रविवार को यहां पहुंची मृतक छात्र की मां का कहना है कि उज़के बेटे की हत्या की गई है। उसने आत्महत्या नहीं की है।
शनिवार देर रात बीए एमएस के छात्र ने पानी की टंकी से छलांग लगा दी। गंभीर हालत में रूम पार्टनर अमित सिंह अन्य कालेज के साथियों के साथ घायल छात्र को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर कृष्ण कुमार ने छात्र को मृत घोषित कर शव मोर्चरी में रखवा दिया। साथी की मौत होने की जानकारी मिलने पर जिला अस्पताल में बीएएमएस के छात्रों का जमावड़ा लग गया। ऐतिहातन कई थानों की फोर्स व सीओ सिटी प्रदीप सिंह भी जिला अस्पताल पहुंच गए।

थाना मऊदरवाजा क्षेत्र में बघार नाला स्थित मेजर एसडी सिंह आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में ऋषभ पांडे (20) बीएएमएस में प्रथम वर्ष का छात्र था। वह मूलत: विहार के जिला गोपालगंज, चकिया पांडे का रहने वाला था। उसके पिता अशोक पांडेय 2010 रामनगर जिला गोरखपुर में रहने लगे। वह ठेकेदारी का कार्य करते थे। पिछले साल ऋषभ ने मेजर एसडी सिंह आयुर्वेदिक कालेज में बीएएमएस में दाखिला लिया था।
ऋषभ ने आत्महत्या करने से पहले कालेज के व्हास्टएप ग्रुप में सुसाइड नोट भी डाला। जिसमें उसने कहा है कि वह अपनी जिंदगी से पूरी तरह से टूट गया है। अब वह जीना नहीं चाहता। काफी डिप्रेशन में है, वह टंकी से कूदने जा रहा है। उसने साथियों के लिए लिखा यदि वह जीवित रह जाए तो मार देना। यह मैसेज उसने 9.44 बजे अपने साथियों को भेजा और स्कूल परिसर में ही बनी पानी की टंकी के ऊपर से उसने छलांग लगा दी।
रविवार को यहां पहुंची ऋषभ की मां ने आरोप लगाया कि उसके बेटे की हत्या कर दी गई है, उसने आत्महत्या नहीं की है। इस मामले में पुलिस को तहरीर दी जाएगी। उसने कहा ऋषभ के पिता इस समय झारखंड में है।वह हृदय रोग से पीड़ित हैं। उन्हें सूचना दे दी गई है कि बेटे की हालत खराब है वह ट्रेन से आ रहे हैं। मां सुमन के साथ आए उसके फूफा अजय दुबे व शशिरंजन पांडेय ने बताया कि हर हाल में मुकदमा दर्ज कराएंगे। फिलहाल ऋषभ का पूरा परिवार गम के अथाह सागर में डूबा हुआ है। पुलिस ने ऋषभ के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

अपने मां बॉप का इकलौता बेटा था ऋषभ
ऋषभ की मां सुमन का कहना है कि ऋषभ उसका होनहार बेटा था। वह अकेला था, वह होली पर भी घर नहीं गया था। शनिवार को रात 8.30 उसने उससे फोन पर बात की। तब वह बिल्कुल सही बोल रहा था। उसने कोई डिप्रेशन की बात नहीं बताई। देर रात उसे बेटे के मरने की खबर दे दी गई।
उठे सवाल
वार्डन का कहना है कि 9.30 बजे गणना के बाद सभी छात्र हॉस्टल व अपने अपने रूम में चले गए।
गणना के समय ऋषभ मौजूद नहीं था।
वह 9.35 बजे पानी की टँकी से कूद गया।
यदि ऋषभ 9.35 बजे टँकी के कूदा तो उसने अपने साथियों को 9.45 बजे मैसेज कैसे भेज दिया।
छात्रों की काउंटिंग में भी नदारद था ऋषभ
सीओ सिटी प्रदीप सिंह ने कालेज के वार्डन से भी पूछताछ की। जानकारी मिली कि छात्रों की काउंटिंग में भी ऋषभ नहीं था। तब उसकी खोज भी नहीं की गई।
सीओ सिटी प्रदीप सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। उस संबंध में भी जांच जारी है। मृतक छात्र के परिजनों की तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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