मुरादाबाद: झूठी निकली जूही के अजय की बांग्लादेश में लहूलुहान होने की कहानी, जानें पूरा मामला

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Published By Vishal Singh
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साल 2022 में करवाचौथ के दिन सास-बहू में हुआ विवाद तो बांग्लादेश लौट गई थी जूली

निर्मल पांडेय/ मुरादाबाद, अमृत विचार। करीब पंद्रह दिनों के चर्चित अजय-जूली प्रकरण की पटकथा अब लगभग बंद हो चुकी है। पूरा मामला सामने आ गया है। अजय जूली को धर्मपत्नी कहकर जीवन भर साथ रहने का मन बना चुका है। जबकि उसकी मां सुनीता बांग्लादेशी बहू के साथ रहने को तैयार नहीं है। बुधवार को अजय ने अमृत विचार से खुलकर बात की। 

बताया, वर्ष 2017 में फेसबुक के जरिए उसकी जूलिया अख्तर उर्फ जूली से दोस्ती हुई थी। तब उसने (जूली) अपने बारे में बताया था कि उसके पति की मृत्यु हो चुकी है और उसके एक बेटी भी है। फिर एक दिन जूली ने फेसबुक पर ही कहा था कि उसे हमसे (अजय) शादी करनी है तो हमने कहा था कि आप तो मुस्लिम हो और हम हिंदू हैं। शादी कैसे कर सकती है? इस पर जूली ने हिंदू धर्म अपना कर शादी कर लेने को कहा था। हमने  सवाल किया कि आप तो बांग्लादेश की हो, यहां भारत कैसे आओगी? तो जूली ने कहा था कि वह वीजा लेकर आ जाएगी। जूली जून 2022 में वीजा लेकर भारत में प्रवेश कर यहां आ गई थी। कुछ ही दिन के अंतराल पर हमने 15 जून 2022 को जूली से शादी कर ली। 

शादी के 15 दिन बाद जूली ने बताया कि उसके मायके में किराएदारों से विवाद हो गया है, उसे बांग्लादेश जाना होगा। तब वह चली भी गई थी। उस दौरान भी हमने जूली से वीडियो कॉल कर हालचाल जाना था। करीब ढाई महीने बाद जूली बांग्लादेश से लौटकर यहां आई और मेरे साथ डेढ़ महीने रही भी। उसी बीच मैं अपने काम पर कर्नाटक चला गया, वहां मैं धान काटने वाली हार्वेस्टिंग मशीन का ऑपरेटर हूं। मेरे कर्नाटक जाने के बाद करवाचौथ के दिन मां सुनीता और जूली के बीच आपस में विवाद हुआ तो वह अक्टूबर 2022 में बांग्लादेश चली गई। बताया कि वह (अजय) कर्नाटक से 11 महीने बाद वापस लौटा। यहां जूली के नहीं होने पर मां सुनीता से कारण पूछा तो  मां के जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ। 

अजय बांग्लादेश नहीं, पश्चिम बंगाल में था
अजय ने बताया कि कर्नाटक से लौटने के बाद वह करीब 15 दिन यहां घर पर रुका। बाद में बांग्लादेश बॉर्डर पर गया था। वहां जूली से उसने एक सिम लिया था जो भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर तीन-चार किमी की परिधि में सक्रिय था। इससे जूली से बातचीत में आसानी हो गई थी। अजय ने कहा कि वह बांग्लादेश गया ही नहीं था। वह बांग्लादेश के बॉर्डर पर जूली से मिलकर पश्चिम बंगाल में आकर किराए के कमरे में रहने लगा था। यहां करीब दो-ढाई महीने रहा। इस दौरान उसके पास कमरे का किराया और खाने-पीने का कर्ज हो गया था तो मां को फोनकर 15,000 रुपये बैंक खाते में डाला देने की मांग की थी। व्हाट्सएप पर खून से लथपथ आई अपनी तस्वीर के बारे में अजय ने कहा, उसे पत्नी जूली ने मारा-पीटा नहीं था। बारिश हुई थी तो उसी बीच रास्ते में उसका पैर फिस गया था, जिससे उसके चोट आ गई थी। चोट दिखाने के लिए मां को व्हाट्सएप पर तस्वीर भेज दी थी और मां ने यहां बवाल बना दिया।

अजय बोला, शादी की है जूली मेरी धर्मपत्नी 
सवाल के जवाब में अजय ने कहा, उसकी पत्नी अब जूलिया अख्तर नहीं बल्कि जूली है। उसने जूली से हिंदू रीति-रिवाज से विवाह किया है, वह उसकी धर्मपत्नी है। वह जल्द ही वीजा बनवाकर भारत आकर उसके पास रहेगी। अजय ने कहा, वह हिंदू है और हिंदू धर्म में कहां होता है कि कोई अपनी पत्नी को छोड़ दे। कहा, अब जूली ने अपना धर्म परिवर्तन कर हमें अपना है और शादी की है तो उसका भी फर्ज बनता है पत्नी का साथ दे। अजय ने बताया कि वह पश्चिम बंगाल में था और उसके व जूली के बारे में जो भी मीडिया में चल रहा था उसे जानकारी मिल रही थी। इसलिए पुलिस की कार्रवाई और अपनी गिरफ्तारी के डर से वह घर लौट आया और सीधे पुलिस के पास जाकर सच बता दिया। 

सुनीता बोली, बंग्लादेशी बहू हमें नहीं चाहिए
अजय की मां सुनीता ने कहा साफ कहा है कि उसे बांग्लादेशी बहू नहीं चाहिए। हां, वह हाथ जोड़कर कह रही है कि बेटे अजय से ने हंसी-खुशी से उससे शादी की है तो किसी दूसरे घर को किराए पर ले और अपनी पत्नी के साथ जीवन बिताए। सुनीता ने यह भी कहा कि वह आज बहुत खुश है, उसका बेटा सुरक्षित घर आ गया। उसने कहा कि अजय ने खून से लथपथ अपनी तस्वीर उसके व्हाट्सएप पर भेजी और वह भी बांग्लोदश के सिम नंबर से तो वह घबरा गई थी। इसलिए उसने पुलिस के पास जाकर मदद की गुहार लगाई थी।

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