मुरादाबाद : महिला शिक्षकों पर तंज, फोटो खींच और वीडियो बना रहे नामजद...पुलिस की कार्रवाई का असर शून्य

मुरादाबाद : महिला शिक्षकों पर तंज, फोटो खींच और वीडियो बना रहे नामजद...पुलिस की कार्रवाई का असर शून्य

मुरादाबाद, अमृत विचार। सिकंदरपुर प्राथमिक विद्यालय पैरा की मिलक में घटना के 15 दिन बीत गए हैं लेकिन, इस मामले में पुलिस की कार्रवाई का असर शून्य ही है। 27 जुलाई को थाने में केस दर्ज होने के बाद विद्यालय की प्रधानाध्यापक व अन्य स्टॉफ नामजद आरोपियों से और अधिक परेशान हैं। आरोपी महिला शिक्षकों के आते- जाते फोटो खींचते, वीडियो रिकॉर्ड करते हैं। तंज कसते हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के मुद्दे पर थानाध्यक्ष केस की धाराओं का हवाला दे रहे हैं। 

प्रधानाध्यापक सरिका चौधरी ने बताया कि आरोपियों से आजिज आकर उन्होंने सीओ सिविल लाइन को फोन कर शिकायत भी की थी लेकिन, उनकी तरफ से भी कोई राहत नहीं मिली है। हां, खुशहालपुर पुलिस चौकी प्रभारी प्रशांत शर्मा जरूर आए थे। प्रधानाध्यापक ने बताया कि आज (गुरुवार) उनके विद्यालय में शिक्षक-अभिभावक (पीटीएम) की बैठक थी। इसमें आई महिलाएं भी आरोपियों से भयभीत थीं। स्कूल में बच्चों के आते-जाते समय आरोपी उन्हें धमकाते हैं और स्कूल में न आने की हिदायत देते हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई का माहौल बिगड़ रहा है। 

सरिता ने बताया कि उनके स्कूल में 21 जुलाई को घटना हुई थी। जिसकी रिपोर्ट 27 जुलाई को लिखी गई। इसमें उन्होंने स्कूल के सामने रहने वाले सोमपाल सिंह, पत्नी सावित्री देवी और बेटा धर्मेंद्र को नामजद कर रखा है। सोमपाल का दूसरा बड़ा बेटा जितेंद्र पीआरडी (प्रांतीय रक्षक दल) जवान है, वह उन लोगों के स्कूल आते-जाते फोटो खींचता और वीडियो बनाता है। दूसरा बेटा धर्मेंद्र वह खुशहालपुर चौकी के पुलिसकर्मियों संग गांव में घूमकर लोगों पर रौब झाड़ता है।

कई साल से परेशान किए हैं आरोपी
प्रधानाध्यापक सारिका चौधरी ने बताया कि स्कूल के सामने करीब आठ-दस लोगों के घर हैं। इनमें एक घर सोमपाल सिंह का है। सोमपाल सिंह, उसकी पत्नी सावित्री देवी और बेटा धर्मेंद्र काफी समय से स्कूल स्टॉफ से बदत्तमीजी करते आ रहे हैं। केवल कच्छा पहने रास्ते में या स्कूल के सामने खड़े होते हैं, कहीं दाड़ी पर हाथ फेरते हुए तो कहीं मूंछ सेट करते हुए महिला शिक्षकों को घूरते हैं। बच्चों के स्कूल आने पर रास्ते में उन्हें रोकते हैं। गांव में कई बच्चों के घर जाकर अभिभावकों से मनगढ़ंत शिकायत कर पिटवाते भी हैं। स्कूल के पास लगे पेड़ के नीचे सार्वजनिक रूप से जुआ खेलते हैं। प्रधानाध्यापक ने कहा, 21 जुलाई के दिन तो हद हो गई। ये लोग पहले की तरह उस दिन भी पेड़ के नीचे जुआ खेल रहे थे तो उन्होंने टोक दिया। बस, इसी के बाद सोमपाल, उसकी पत्नी सावित्री और बेटा धर्मेंद्र जोर-जोर आवाज में गालियां देने लगे तो उन्होंने विरोध किया। जिस पर ये लोग विद्यालय में घुसकर उनसे विवाद करने लगे। रजिस्टर फाड़ा और तोड़फोड़ भी की।

28 जुलाई को विवेचक ने लिए थे बयान
घटना के आठ दिन बाद 28 जुलाई के दिन विवेचक विनय कुमार स्कूल में आकर सहायक अध्यापक मंजीत व रसोइया गयावती के बयान दर्ज किए थे। आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई करने का भी भरोसा दिया था। उधर, गुरुवार को विवेचक विनय कुमार ने फोन पर बताया, वह सात दिन छुट्टी पर हैं, लौटेंगे तभी इस मामले में कुछ होगा। प्रकरण को सुनने के बाद एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने कहा, ठीक है हम इस मामले में देखवाते हैं।

घटना क्रम

  •  21 जुलाई को स्कूल में घुसकर प्रधानाध्यापक को धमकाया। रजिस्टर फाड़ा, कुर्सियां व अन्य सामान में इधर-उधर फेंका।
  • 27 जुलाई को मझोला थाने में प्रधानाध्यापक ने लिखाया था केस, एक ही परिवार के तीन नामजद।
  • 28 जुलाई को विवेचक दारोगा विनय कुमार ने स्कूल पहुंच सहायक अध्यापक मंजीत व रसोइया गयावती के दर्ज किए थे बयान।
  •  01 अगस्त को प्रधानाध्यापक ने कार्रवाई न होने और विरोधियों के परेशान करने पर सीओ को किया था फोन।

ये भी पढ़ें : मुरादाबाद : सूफी अंबा प्रसाद भटनागर ने अंग्रेजी हुकूमत को खूब छकाया, संपत्ति जब्त हो गई पर नहीं टेके थे घुटने