बरेली: 'कारपोरेट हित छोड़ मजदूर हित पर ध्यान दे सरकार'
श्रम संगठनों का देशव्यापी आंदोलन, उपश्रमायुक्त कार्यालय पर की नारेबाजी
बरेली, अमृत विचार। केंद्र सरकार कारपोरेट हित छोड़ कर मजदूरों की ओर ध्यान दे। मौजूदा सरकार में श्रमिकों की हालत दयनीय है। बढ़ती महंगाई से मजदूरों का जीना दूभर है। नए लेबर कोड लागू होने से मजदूरों के काम के घंटे बढ़ाए जा रहे हैं, जो अमानवीय है। गुरुवार को यह बात ट्रेड यूनियन फेडरेशन के महामंत्री संजीव मेहरोत्रा ने श्रम संगठनों के देशव्यापी आंदोलन के तहत उपश्रमायुक्त कार्यालय में कही।
बरेली ट्रेड यूनियंस फेडरेशन के पदाधिकारियों ने उपश्रमायुक्त कार्यालय पर मजदूर, कर्मचारी विरोधी नीतियों की आलोचना कर नारेबाजी की। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को संबोधित 18 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। मुकेश सक्सेना, अमीर खां, ध्यान चंद मौर्य, जितेंद्र मिश्रा, मोहित देवल ने कहा कि वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, दुकानों, होटलों, अस्पतालों में काम करने वाले कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा मिलनी चाहिए और काम के घंटे तय होने चाहिए।
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