'गलत' उड़ान डेटा के चलते ब्रिटेन की हवाई यातायात प्रणाली में मची अफरातफरी, हजारों यात्री हवाईअड्डे पर फंसे

Amrit Vichar Network
Published By Priya
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लंदन। ब्रिटेन के हवाई यातायात नियंत्रण प्रमुख ने कहा है कि बड़े पैमाने पर व्यवधान का कारण "गलत" उड़ान डेटा था, जिससे हजारों यात्री हवाई अड्डों पर और विमानों में फंस गए, क्योंकि देश से आने और जाने वाली सैकड़ों उड़ानें रद्द कर दी गईं। बुधवार को भी इसका असर जारी रहा। सोमवार को अफरातफरी से जुड़े "तकनीकी मुद्दे" का सामना करने वाली नेशनल एयर ट्रैफिक सर्विसेज (एनएटीएस) के मुख्य कार्यकारी मार्टिन रॉल्फ ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पाया गया कि संबंधित विफलता गलत उड़ान डेटा का नतीजा थी, जिसकी प्रणाली द्वारा व्याख्या नहीं की जा सकी।

 उन्होंने सरकार के पिछले बयान को भी दोहराया कि यह साइबर हमले के कारण नहीं था। रॉल्फ ने कहा, "समस्या की प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह हमें प्राप्त कुछ उड़ान डेटा से संबंधित है।" हवाई यातायात प्रमुख ने यात्रियों को आश्वस्त किया कि सोमवार दोपहर से सभी एनएटीएस प्रणाली "सामान्य रूप से" काम कर रही हैं, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि गर्मी की छुट्टियों के दौरान वर्ष के विशेष रूप से व्यस्त यात्रा समय के दौरान संबंधित स्थिति का प्रभाव महसूस किया जा रहा है।

 कुछ खबरों में कहा गया है कि अफरातफरी एक फ्रांसीसी एयरलाइन द्वारा अपनी उड़ान योजना को गलत तरीके से दर्ज करने के बाद उत्पन्न हुई होगी। खबरों की पुष्टि या खंडन किए बिना, रॉल्फ ने साक्षात्कारों में प्रसारकों को बताया कि यह मुद्दा एकल उड़ान योजना से संबंधित हो सकता है। उन्होंने कहा, “हम जानते हैं कि इसका कारण उड़ान डेटा है और हम इसकी तह तक जाएंगे तथा समझेंगे कि ऐसा क्यों हुआ। हम जांच कर रहे हैं...।” गलत डेटा के परिणामस्वरूप, उड़ान योजनाओं को मैन्युअल रूप से प्रणाली पर अपलोड करना पड़ा, जिससे पूरे ब्रिटेन में हवाई यातायात की रफ्तार थम गई। 

हजारों यात्री प्रभावित हुए, अनेक को दुनिया भर के हवाई अड्डों पर रात बिताने के लिए मजबूर होना पड़ा और अनेक अभी भी पुनर्निर्धारित उड़ानों का इंतजार कर रहे हैं। उड़ान डेटा के विश्लेषण से पता चला कि ब्रिटेन के छह सबसे व्यस्त हवाई अड्डों पर मंगलवार को प्रस्थान और आगमन सहित लगभग 281 उड़ानें रद्द कर दी गईं। इनमें गैटविक में 75, हीथ्रो में 74, मैनचेस्टर में 63, स्टैनस्टेड में 28, ल्यूटन में 23 और एडिनबर्ग में 18 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अनुसार, प्रणाली की विफलता से एयरलाइंस को 10 करोड़ पाउंड का नुकसान होने का अनुमान है। 

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