शिवलिंग की आकृति वाला फाउंटेन आप को खटका, VK सक्सेना ने कहा: देश के कण-कण में हैं भगवान 

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Published By Vishal Singh
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नई दिल्ली। दिल्ली में ‘शिवलिंग’ जैसी आकृति वाले फाउंटेन लगाये जाने पर आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा जतायी गयी आपत्ति को शुक्रवार को खारिज करते हुए उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने कहा कि वे बस कलाकृतियां हैं और ‘‘देश के तो कण-कण में’’ भगवान हैं। सत्तारूढ़ आप के सूत्रों ने दावा किया कि पार्टी फाउंटेन को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज करेगी, क्योंकि उनसे हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। इस पर सक्सेना ने कहा, ‘‘यह बचकाना हरकत है।’’ 

उपराज्यपाल ने केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी के संग यहां पालम इलाके में उलन बटार में यक्षिणी की प्रतिमाओं का अनावरण किया। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार यक्षिणियां ऐसी अर्द्धदेवियां हैं जो धन के देवता कुबेर की सेवा करती हैं। यहां नौ सितंबर से 10 सितंबर तक होने वाले जी 20 सम्मेलन की तैयारी के सिलसिले में कई मार्गों को नया रूप दिया गया है और उन्हें सजाया गया है। 

अधिकारियों के अनुसार सौंदर्यीकरण के तहत पालम हवाई अड्डे के टेक्निकल एरिया में हनुमान मंदिर जंक्शन पर ‘शिवलिंग’ की आकृति के 18 फाउंटेन लगाये गये हैं। फाउंटेन पर आप की आपत्ति के बारे में पूछे जाने पर सक्सेना ने कहा, ‘‘सबसे पहली बात कि वे शिवलिंग नहीं हैं। वे कलाकृतियां हैं। इस देश के कण-कण में भगवान हैं। लोग पेड़ों को राखियां बांधते हैं और उनकी पूजा करते हैं। आपको हर वस्तु वैसी ही नजर आ सकती है, जिस रूप में आप उसे देखना चाहते हैं। हमने ये यक्षिणी प्रतिमाएं लगायी हैं और आप उन्हें देवियां कह सकते हैं। कुछ भी कहा जा सकता है। यह उनकी समझ है।’’ 

उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘हमारे प्रतिनिधि इस क्षेत्र से गुजरेंगे। यक्षिणियां भगवान कुबेर की संपदाओं की रक्षा करती हैं। आज हमारा देश समृद्ध बन रहा है और ये प्रतिमाएं प्रतीक के तौर पर लगायी गयी हैं।’’ आप ने बृहस्पतिवार को सक्सेना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जी-20 सम्मेलन से पहले राष्ट्रीय राजधानी में ‘शिवलिंग’ की आकृति का फाउंटेन लगाकर उसका अपमान करने का आरोप लगाया था। उसने मांग की थी कि उपराज्यपाल और भाजपा के विरुद्ध कार्रवाई की जाये और वे देश से माफी मांगें। 

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