हल्द्वानी: 20 साल से अव्यवस्था का अंधेरा, वार्ड 6 में व्यवस्थाएं अस्त-व्यस्त

वार्ड 6 की पार्षद सीट पर दो दशक से एक ही परिवार का कब्जा, विकास फिर भी आधा-अधूरा

हल्द्वानी: 20 साल से अव्यवस्था का अंधेरा, वार्ड 6 में व्यवस्थाएं अस्त-व्यस्त

न स्ट्रीट लाइट, न सीवर लाइन, सड़क पर हिचकोले खा रही जनता आलम ये कि 20 साल में अपनी गली तक दुरुस्त नहीं कर सके पार्षद

हल्द्वानी, अमृत विचार। किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिनिधि चुने जाते हैं। ऐसे में जब बार-बार एक ही परिवार को विकास का मौका मिले और विकास फिर भी आस लगाए बैठा रहे तो इसे क्या कहें। ये बात वार्ड 6 की, जहां व्यवस्थाएं अस्त-व्यस्त हैं और पिछले 20 साल से जनता अव्यवस्था के अंधेरे में रहने को मजबूर है।

बगैर स्ट्रीट लाइट के गलियां और सड़कें अंधेरे में डूबी हैं। गड्ढों में सड़क तलाशी जा रही है और पूरी सड़क पर फैली गिट्टियां लोगों को कभी भी सड़क पर गिराने को आमादा है। आलम यह है कि नैनीताल रोड किनारे बसे इस वार्ड में अभी तक सीवर लाइन भी घरों तक नहीं पहुंच पाई। 

नगर निगम स्थित वार्ड-6 यानी सुभाषनगर में कुली गार्डन, टेलीफोन कॉलोनी, इंद्रजीत गार्डन, गुरुनानकपुरा व गोविंदपुरा के इलाके शामिल हैं। वर्षों बाद भी सुभाषनगर के अधिकांश हिस्सों में सड़क, सीवर लाइन व लाइट की सुविधा नही हैं। वार्ड में करीब 6 हजार की आबादी निवास करती है और करीब 5 हजार मतदाता हैं। इसके बाद भी यहां की करीब 40 फीसदी आबादी आज भी मूलभूत सुविधाओं से दूर है।

डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन तो हो रहा है, लेकिन नगर निगम के सफाई कर्मचारी अकसर कई हिस्सों में झाड़ू लगाना ही भूल जाते है। कई दिनों तक कचरे का ढेर लगा रहता है। जनता की शिकायत ये है कि समस्याओं से निर्वाचित पार्षद को बार-बार अवगत कराया गया, लेकिन स्थायी हल नहीं निकल पाया। बुधवार को अमृत विचार की टीम ने वार्ड की पड़ताल की तो लोगों ने बड़े ही साफगोई से अपनी बात रखी।

वार्ड-6 सुभाषनगर 
आबादी-  6 हजार
मतदाता- 5 हजार     

गुहार लगाई बार-बार, फिर भी समस्याओं का अंबार

लंबे समय से सुभाषनगर कॉलोनी, ठंडी सड़क समेत कई हिस्सों की सड़क खस्ताहाल हो गई है, लेकिन इसके बाद भी मरम्मत नहीं कराई जा रही है। ठंडी सड़क की स्थिति वर्तमान समय में सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क है, ये पता कर पाना मुश्किल हैं। जबकि पार्षद गुरुनानक इलाके में निवास करते है, बावजूद इसके बाद भी यहां की सड़क की मरम्मत नहीं कराई जा सकी। सड़क पर डामरीकरण गायब है और पूरी सड़क पर गिट्टी के छर्रे ही बचे हुए हैं। समस्या से निजात पाने के लिए लोग कई बार प्रशासन, जनप्रतिनिधि व नगर निगम के जिम्मेदारों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। 

5 हजार स्ट्रीट लाइट लगाई, गई कहां पता नहीं

वार्ड के कई हिस्सों में अभी भी स्ट्रीट लाइट नहीं पहुंच पाई है। जबकि नगर निगम के जिम्मेदारों का दावा है की निगम के लगभग सभी वार्डों में 5 हजार स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं, लेकिन जब अमृत विचार की टीम जमीनी हकीकत पता करने पहुंची तो वार्ड कुछ और ही तस्वीर बयां करता दिखा। इसमें कुली गार्डन, सुभाष नगर, गुरुनानक पुरा समेत कई क्षेत्र शामिल हैं। रात के अंधेरे में यहां के लोगों के सामने घरों व कॉलोनियों से बाहर निकलने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। लंबे समय से समस्या होने के बाद भी स्थायी पार्षद लोगों को इससे निजात नहीं दिला पा रहे है। 


कई बार स्थानीय पार्षद से गुरुनानक कॉलोनी की सड़क व स्ट्रीट लाइट की समस्या से अवगत करा चूका हूं। लेकिन इसके बाद भी सुनने को कोई तैयार नहीं है। कॉलोनी में लाइट न होने से रात के अंधेरे में आवारा कुत्तों के हमले का डर सताता रहता हैं। -कुंदन सिंह मेहरा

सीवर लाइन कॉलोनी में न पहुंच पाने से टैंकों की सफाई कराने में दिक्कत बनी रहती है, टैंको सफाई के लिए अतिरिक्त शुल्क अदा करना पड़ता है। जबकि अन्य इलाकों में सीवर लाइन पहुंच गई, लेकिन अभी कुछ हिस्से सीवर लाइन पड़ने का इंतजार जनता कर रहे हैं। -राजेंद्र सिंह

वार्ड में विकास कार्य की बात करें तो अभी भी कई हिस्से विकास से अछूते हैं। विगत वर्षों की समीक्षा करें तो पूरे वार्ड में अभी केवल 60 फीसदी तक ही कार्य हो पाए है। इसके बाद भी यहां के लोग वार्ड में एक ही नेता को पिछले कई दशकों से वोट देते चले आए हैं। -एसके उप्रेती

सुभाषनगर वार्ड निगम के किसी भी वार्ड से विकास कार्यों के मामले में पीछे नहीं है। विगत कई सालों में अनेक कार्य क्षेत्र में हुए हैं। इसमें अमृत योजना, सीवर लाइन व सड़क के कार्य शामिल है। विकास के बल पर ही जनता ने मुझे बार-बार सेवा करने का मौका दिया और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीतता आया हूं। -नरेंद्रजीत सिंह कोहली, पार्षद  

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