Bareilly News: परचमकुशाई से उर्स-ए-ताजुश्शरिया का आगाज

Bareilly News: परचमकुशाई से उर्स-ए-ताजुश्शरिया का आगाज

बरेली, अमृत विचार: उर्स-ए-ताजुश्शरिया का आगाज बुधवार को परचमकुशाई की रस्म के साथ हो गया। इस दौरान बड़ी तादाद में अकीदतमंद मौजूद रहे। असर की नमाज के बाद तीन स्थानों से परचम के जुलूस दरगाह आला हजरत पहुंचें। दरगाह ताजुश्शरिया पर परचम लगाया गया। इसके साथ ही उर्स की शुरुआत हो गई।

गुरुवार को मदरसा जामियातुर्रजा में मुख्य कुल की रस्म अदा की जाएगी। उर्स के सभी कार्यक्रम काजी-ए-हिंदुस्तान मुफ्ती असजद मियां की सरपरस्ती में होंगी। मदरसा जामियातुर्रजा और दरगाह ताजुश्शरिया पर अकीदतमंदों का तांता लगा रहा।

जुलूस की अगुवाई उर्स प्रभारी सलमान मियां और जमात रजा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय महासचिव फरमान मियां ने की। जगह जगह फूलों से जुलूस का स्वागत किया गया। इससे पहले फरमान मियां ने कहा कि ताजुश्शरिया ने अपनी पूरी जिंदगी मजहब और मसलक के लिए वक्फ कर दी। आज मुसलमानों को ताजुश्शरिया के नक्शे कदम पर चलते हुए अपने बच्चों को दीनी और दुनियावी तालीम देने की जरूरत है। चाहे आधा पेट खाएं, लेकिन तालीम पर खास ध्यान दें। उर्स प्रभारी सलमान मियां ने बताया कि फजर की नमाज के बाद कुरानख्वा, नात-व-मनकबत की महफिल सजी।

शाम को असर की नमाज के बाद परचम कुशाई की रस्म अदा की गई। पहला परचम शाहबाद स्थित सैयद कैफी के निवास, दूसरा आजमनगर स्थित मोहम्मद साजिद के आवास से, तीसरा परचम सैलानी स्थित समरान खान के आवास से परंपरागत रास्तों से होता हुआ सौदागरान पहुंचा। वहीं, तमाम जगह से चादरों के जुलूस पहुंचे। ईशा की नमाज के बाद खानकाह-ए-ताजुश्शरिया में गुस्ल की रस्म अदा की गई। ईशा बाद मदरसा जामियातुर्रजा में उलमा की तकरीर हुई। वहीं, देर रात 1: 40 बजे मुफ्ती-ए-आजम हिंद का कुल हुआ।

आज यह कार्यक्रम होंगे
गुरुवार सुबह 7 :10 बजे मुफस्सिर-ए-आजम का कुल होगा। जामियातुर्रजा में जोहर की नमाज के बाद मनकबत और उलमा की तकरीर होगी। शाम 7:14 बजे ताजुश्शरिया के कुल की रस्म अदा की जाएगी। वहीं, उर्स में डॉ. मेहंदी हसन, हाफिज इकराम, शमीम अहमद, मोईन खान, मौलाना निजामुद्दीन, मुहम्मद करीम उद्दीन, बख्तियार खां, गुलाम हुसैन, मुजफ्फर खान, सैयद कैफी आदि को जिम्मेदारियां सौंपी गईं।

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