मुरादाबाद : दांपत्य सूत्र के बंधन की डोर कमजोर, लालच में टूट रहे रिश्ते

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Published By Bhawna
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महिला उत्पीड़न : अतिरिक्त दहेज की मांग पूरी न होने पर ससुराल में प्रताड़ित की जा रहीं बेटियां

मुरादाबाद, अमृत विचार। धूमधाम और पूरे रीति-रिवाज के साथ बेटियां ब्याह कर ससुराल पहुंचती हैं। मन में बड़े सपने रहते हैं लेकिन,विवाह के कुछ ही समय के अंतराल में वह सभी सपने टूट जाते हैं। अधिकांश मामले अतिरिक्त दहेज से ही जुड़े देखे जा रहे हैं। ससुराल से मारपीट कर निकाली गईं बेटियां पुलिस की मदद मांगने थाने पहुंच रही हैं। वैसे महिलाओं की सुरक्षा के लिए तमाम अभियान चल रहे हैं लेकिन, उनका असर नहीं दिखता। ससुराल में प्रताड़ित महिलाओं के लगभग हर रोज मामले थाने में आ रहे हैं, जो सामाजिक चिंता का विषय है।

50,000 नहीं मिले तो घर से निकाला
खुशहालपुर के संजीव कुमार द्विवेदी की बिटिया ऋचा द्विवेदी की अभी 22 फरवरी 2023 को धूमधाम से विवाह हुआ था। दहेज के 50,000 रुपये ससुराल वालों को देने रह गए थे। बस, इसी मांग को लेकर ससुराल वाले ऋचा को प्रताड़ित करने लगे और एक दिन उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया। ऋचा ने मझोला थाने में पति समेत पांच लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करा दी। इसमें पति सौरभ दीक्षित, सास सरोज दीक्षित, ससुर राममूर्ति दीक्षित, देवर प्रांजुल, देवरानी रोशनी नामजद हुई हैं। ये सभी कानपुर के रहने वाले हैं। पीड़िता ने पुलिस को बताया है कि उसके विवाह के महीने भर बाद 26 मार्च को सास-देवरानी ने कमरे में आकर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी थी। उसके बैग में रखे जेवर भी छीन ले गई थीं। फिर चार जुलाई के दिन दोपहर दो बजे के दौरान सास ने ऋचा से मारपीट की और घर से निकाल दिया। उसके यहां पहुंचने पर पिता संजीव कुमार द्विवेदी और मां ने कई बार फोन कर ससुराल वालों से बात की लेकिन, नतीजा नहीं निकला।

कार और 10 लाख रुपये के लिए ससुराल वाले कर रहे उत्पीड़न
लाइनपार के गायत्री नगर की नीरज रानी ने पति नरेंद्र पाल सिंह चौधरी, सास आशा देवी, ससुर मुरारी लाल चौधरी, जेठ हरिप्रकाश चौधरी व जेठानी हेमलता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। ये सभी आरोपी उत्तराखंड में नैनीताल पीरुमदारा रामनगर रेंज में श्रीबाला जी स्टील्स पार्वती कुंज-1 के रहने वाले हैं। नीरज का कहना है कि उसकी शादी 26 नवंबर 2020 को हुई थी। विवाह में उसके पिता ने 30 लाख रुपये खर्च किए थे। ससुराल वाले बहुत कम दहेज मिलने की बात कहकर दहेज में क्रेटा कार व 10 लाख रुपये नकद मांग रहे हैं। इसी चक्कर में आरोपी ससुराल वाले उसे आए दिन मारते-पीटते थे। दिसंबर 2020 में उसके आठ महीने का गर्भ था, उस स्थिति में ससुराल वालों ने उसे मायके भेज दिया था, जहां उसने बेटे को जन्म दिया। लोगों के समझाने पर उसे दो फरवरी 2022 को ससुराल वाले ले गए थे। कुछ दिनों बाद पीड़िता के चरित्र पर आरोप लगाकर मारा पीटा और घर से निकाल दिया।

ससुराल में महिला उत्पीड़न में अतिरिक्त दहेज की मांग तो सामान्य बात है लेकिन, अधिकांश अन्य मामले भी जुड़े पाए जाते हैं। हम तो देखते हैं नारी उत्थान केंद्र में प्रत्येक कार्य दिवस में औसतन छह से 10 महिला उत्पीड़न के मामले आते हैं। दोनों पक्षों की काउंसिलिंग करने पर पता चलता है कि कहीं पति-पत्नी की आपस में नहीं बन रही है तो कहीं पत्नी को शिकायत है कि उसका पति शराब पीकर मारपीट करता है। खर्चा नहीं देता है या फिर ससुराल में बेटी के साथ मायके का हस्तक्षेप है। सास से उसकी नहीं बन रही है। इस तरह ससुराल में महिला प्रताड़ना के संबंध में कई बिंदु निकलकर सामने आते हैं।- स्वाति गुप्ता, प्रभारी महिला सहायता प्रकोष्ठ

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